पुराने घर खरीदे बेचे जाते हैं. लोग पुराने घरों में सहज रहने लग जाते हैं. कई लोग बिना वास्तु पूजा कराए प्रवेश कर लेते हैं. ऐसे में अक्सर उन्हें पूर्व रहवासियों के कर्म प्रभाव का भागीदार होना पड़ जाता है. प्रभाव अच्छा हुआ तो कोई बात नहीं. यदि प्रभाव नकारात्मक रहता है. नए रहने वाले को परेशानी और अवरोधों का सामना करना पड़ता है.
ऐसे अनजाने अवरोध और परेशानी से बचने के लिए सरसों का एक सरल उपाय है. पुराने घर में एक दिन पहले सब जगह सरसों के दानों के फैला दें. अगले दिन उन्हें बुहार कर ऐसे चौराहे पर फेंक आएं जहां आपका और आपके परिजनों का आना-जाना सामान्यतः नही होता है.
उक्त उपाय से ऐसे घर पर पूर्व में रहने वालों का प्रभाव नहीं रह जाता है. सरसों शनिदेव की दान सामग्री में प्रमुख है. इससे घर से नकारात्मकता का बुहारा हो जाता है. यह उपाय शनिवार को किया जाना चाहिए. रविवार को सरसों बुहार फेंक आना चाहिए.
घर ज्यादा पुराना है. लंबे समय से वहां कोई रहने नहीं गया है तो यह उपाय एक शनिवार को संरसों छोड़कर अगले शनिवार को बुहारना अधिक कारगर रहता है. वास्तु के अन्य उपायों में को पेंट कराना भी है. इससे भी नकारात्मकता खत्म होती है. हालांकि यह खर्चीला उपाय है. साथ ही अक्सर लोगों के पास ऐसा कर पाने के लिए समय भी नहीं होता है। कई बार घर को ठीक भी कराना पड़ता है. इसमें और अधिक समय लगता है.