Bengali New Year 2024: पोइला बोइशाख 2024 में कब ? इसी दिन शुरू होगा बंगाली नववर्ष, जानें डेट, इतिहास
Bengali New Year 2024: बंगालियों का नववर्ष पोइला बैसाख से शुरू होता है. मांगलिक कार्य के लिए ये दिन बहुत खास है. जानें इस बार पोइला बोइशाख 2024 में कब है, डेट और इस दिन का महत्व, इतिहास
Bengali New Year 2024: बंगाली समुदाय में पोइला बोइशाख का काफी महत्व है, क्योंकि इसी दिन से बंगालियों का नववर्ष शुरू होता है. पोइला बोइशाख को पोहेला बैसाख के नाम से भी जाना जाता है.
पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, झारखंड और असम में बंगाली लोग इस त्योहार को धूमधाम से मनाते हैं. इस दिन लोग एक दूसरे को नए साल की बधाई देने का साथ तरह-तरह के पकवान बनाते हैं. आइए जानते हैं इस साल पोइला बोइशाख यानी बंगाली नववर्ष 2024 कब मनाया जाएगा.
पोइला बोइशाख 2024 में कब ? (Poila Baisakh 2024 date)
पोइला बोइशाख 14 या 15 अप्रैल को मनाया जाता है. इस साल पोइल बोइशाख 14 अप्रैल 2024 को है. ‘शुभो नोबो बोरसो’ (नया साल मुबारक) कहकर एक दूसरे को नए साल की शुभकामनाएं देते हैं. 1431 को इसी दिन बंगाली कैलेंडर की शुरुआत हुई थी. असर में इसी दिन बोहाग बिहू त्योहार भी मनाया जाएगा.
कैसे मनाते हैं पोइला बोइशाख (How we celebrate Poila Baisakh)
बंगाली समुदाय के लोग पोइला बोईशाख के दिन अपने घरों की अच्छा तरह सफाई कर. स्नान के बाद नए कपड़े पहनते हैं और मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा-अर्चना करते हैं. इस दिन दुकानदार से लेकर बिजनेस करने वाले नए खाता-बही की शुरुआत करते हैं. पोइला बोइशाख के दिन बंगाल में कई जगहों में पर गौ माता की पूजा का भी विधान है. लोग बंगाली नववर्ष के पहले दिन गाय को स्नान कराने के बाद उसे तिलक लगाते हैं, भोग चढ़ाते हैं, कई जगह पारंपरिक मेलों का आयोजन किया जाता है. पोइला बोइशाख के अगले दिन लोग अच्छी वर्षा के लिए बादल की पूजा करते हैं. मान्यता है कि इससे अच्छी फसल होती है.
पोइला बोइशाख का इतिहास (Poila Baisakh History)
पोइला बैसाख को लेकर कई तरह की मान्यताएं हैं. ऐसा कहा जाता है कि मुगल शासन के दौरान, इस्लामी हिजरी कैलेंडर के साथ करों का संग्रह किया जाता था. लेकिन हिजरी कैलेंडर से चंद्र कैलेंडर मेल नहीं (कृषि चक्रों अलग होने के कारण) खाता था. इसलिए, बंगालियों ने इस त्योहार की शुरुआत की और बंगाली कैलेंडर को बंगबाड़ा के नाम से जाना जाने लगा.
मांगलिक कार्य के लिए शुभ है ये दिन (Poila Baisakh Significance)
जिस तरह हिंदू धर्म में कुछ ऐसे दिन हैं जिन्हें मांगलिक कार्य के लिए बहुत शुभ माना जाता है उसी तरह बंगाली लोग पोइला बोईशाख के दिन गृह प्रवेश, मुंडन, विवाह आदि मांगलिक कार्य करना शुभ मानते हैं. किसी नए कार्य की शुरुआत, नया बिजनेस शुरू करने के लिए भी ये दिन खास है.
Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्रि 8 या 9 अप्रैल, कब से शुरू होगी, जानें डेट-घटस्थापना मुहूर्त
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.