Masik Shivratri 2021: हिंदी पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास की मासिक शिवरात्रि का व्रत आज है. यह व्रत हर महीने में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को रखा जाता है. मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखकर भगवान भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजा की जाती है. इससे भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं और सभी प्रकार के दुखों का अंत करते हैं. संतान की प्राप्ति होती है. विवाह संबंधी बाधाएं दूर हो जाती हैं. भक्त सभी प्रकार के रोगों से मुक्त होता है. परंतु इस दिन पूजा के दौरान ये काम भूल से भी हो गए तो भोलेनाथ बहुत ही रुष्ट हो जाते हैं. इससे भक्तों के सारे काम बिगड़ने शुरू हो जाते हैं. इसलिए इस दिन भूलकर भी ये काम नहीं करने चाहिए. 



मासिक शिवरात्रि व्रत पूजा में करें ये काम:


1- मासिक शिवरात्रि को भगवान शिव की पूजा के दौरान तुलसी पत्र न अर्पित करें. तथा इनकी पूजा के पंचामृत में तुलसी के पत्ते भूलकर भी न डालें.


2- भगवान शिव की पूजा में कभी इन्हें सिंदूर या कुमकुम नहीं चढ़ाया जाता है. क्योंकि इन्हें विध्वंसक के रूप में भी जाना जाता है. हालांकि माता पार्वती को सिंदूर चढ़ाया जाता है.


3- शिवलिंग पर नारियल का जल नहीं चढ़ाया जाता है और न ही अभिषेक के समय नारियल के जल का इस्तेमाल किया जाता है.


4- मासिक शिवरात्रि में भगवान शिवजी की पूजा के दौरान उन्हें कभी भी शंख से जल अर्पित नहीं किया जाता है और न ही शंख इस्तेमाल किया जाता है. मान्यता है कि भगवान शिव ने अपने त्रिशूल से दैत्य शंखचूड़ का वध किया था, जिसके बाद उसका शरीर भस्म हो गया. इसी के भस्म से ही शंख की उत्पत्ति हुई.