Bhaum Pradosh Vrat 2023: शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत बहुत अच्छा माना जाता है. मान्यता है इस व्रत के प्रभाव से असंभव भी संभव हो जाता है. शास्त्रों में मंगलवार के दिन पड़ने वाला प्रदोष व्रत पुण्यफलदायी माना गया है, इसे भौम प्रदोष व्रत कहते हैं.


इस साल का पहला और आखिरी भौम प्रदोष व्रत 12 सितंबर 2023 को पड़ रहा है. कहते हैं इस दिन शिव जी की पूजा करने से बजरंगबली का भी विशेष आशीर्वाद मिलता है, क्योंकि हनुमान शिव के ही रुद्रावतार हैं. इस दिन ग्रह-नक्षत्रों का खास संयोग भी बन रहा है, जिससे व्रती को दोगुना लाभ होगा.


भौम प्रदोष व्रत 2023 मुहूर्त (Bhaum Pradosh Vrat 2023 muhurat)


भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष के भौम प्रदोष व्रत के दिन शाम 06 बजकर 30 मिनट से रात 08 बजकर 49 मिनट तक शिव पूजा का शुभ मुहूर्त है. इस दिन महादेव की उपासना प्रदोष काल यानी सूर्यास्त से 45 मिनट पहले और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक पूजा कर लेना चाहिए.


भौम प्रदोष व्रत 2023 शुभ योग (Bhadrapad Bhaum Pradosh Vrat 2023 Shubh yoga)


सितंबर माह के पहले भौम प्रदोष व्रत वाले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, शिव योग और बुधादित्य योग का संयोग बन रहा है. शिव योग में भोलेनाथ की आराधना से वह बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं. ऐसे में व्रती को इसका कई गुना लाभ मिलेगा.



भौम प्रदोष व्रत में क्या करें (Bhaum Pradosh Vrat Do's)



  • भौम प्रदोष व्रत के दिन स्नान के पानी में केसर डालकर नहाएं. मान्यता है इससे आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है. कर्ज से मुक्ति के लिए ये उपाय बुहत कारगर है.

  • इस दिन तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं और गरीबों में अन्न, वस्त्र का दान करें. इससे शिव संग हनुमान जी की कृपा बरसती है.


भौम प्रदोष व्रत मंत्र (Pradosh Vrat Mantra)


ऊं नम: शिवाय


ऊं आशुतोषाय नम:


ऊं नमो धनदाय स्वाहा


ऊं ह्रीं नम: शिवाय ह्रीं ऊं


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