Bhaum Pradosh Vrat : यूं तो भक्त हर माह की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत रखकर कष्टों के निवारण और मंगल कामना करते हैं, लेकिन इस बार 22 जून को प्रदोष भौम पड़ रहा है. इसे बहुत प्रभावकारी व्रत माना गया है. जहां एक ओर भगवान शिव व्रतधारी के सभी दुःखों का अंत करते हैं, तो मंगल देवता भक्त को बुरी स्थिति से निकालने में उसकी मदद करते हैं. यह साधक को कर्ज से छुटकारा दिलाता है, ऐसे में सामान्य साधक के साथ-साथ सर्राफा, लोहा आदि के कारोबारियों के लिए यह विशेष फलदायक है. जानते हैं इस व्रत की खासियत और पूजा विधान.


भौम प्रदोष व्रत सामान्यत मंगलवार को पड़ने वाली प्रदोष तिथि के योग से बनता है, हिन्दू पंचांग अनुसार, हर माह की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत होता है. इस बार यह ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी का व्रत 22 जून 2021, मंगलवार को भौम प्रदोष व्रत के तौर पर रखा जाएगा. मंगल ग्रह का ही दूसरा नाम भौम होने के चलते इसे भौम प्रदोष व्रत भी कहते हैं. 


दैनिक और व्यावहारिक जीवन में कई बड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए हमें धन की जरूरत पूरी करने के लिए ऋण लेना पड़ जाता है, लेकिन ग्रह-दशाओं के प्रभाव से कई बार इन्हें चुकाना कठिन हो जाता है. ऐसे में कर्ज संबंधी परेशानी दूर करने के लिए भौम प्रदोष व्रत रखना लाभदायी होता है। मंगलवार और शनिवार को प्रदोष तिथि का विशेष महत्व है.


शुभ मुहूर्त
ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि मंगलवार, 22 जून 2021 को सुबह 10.22 बजे से शुरू हो रही है. यह बुधवार, 23 जून 2021 सुबह 6.59 बजे समाप्त होगी.


दो घंटे का पूजन काल
प्रदोष काल पूजन समय: शाम 07.22 बजे से रात्रि 09.23 बजे तक रहेगा. भौम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा होती है. इससे जीवन में मंगल ग्रह का अशुभ प्रभाव खत्म हो जाता है. 


ऐसे हैं लाभ 
हिन्दू पंचांग अनुसार, इस बार त्रयोदशी तिथि पर सिद्धि और साध्य योग है. इस दिन दोपहर 1.52 बजे तक सिद्धि योग, जिसके बाद साध्य योग लगेगा. ये बेहद शुभ योग हैं. इस दौरान किए गए किसी भी कार्य में असफलता की संभावना बेहद कम होती है.


पूजन विधि
सुबह जल्दी उठें और स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहनें. पूजा स्थल साफ कर गंगाजल छिड़कें. पूजा चौकी पर सफेद कपड़ा बिछाकर मौली बांधें. शिवजी की प्रतिमा या शिवलिंग रखें. कच्चे दूध-जल से अभिषेक करें. गंगाजल अर्पित कर फूल, धतूरा, भांग या मौसमी फल अर्पित करें. धूप, दीप जलाकर शिवजी की आरती करें और भोग लगाएं। शाम के शुभ मुहूर्त पर भी शिवजी की आराधना करें. 


कर्ज मुक्ति के लिए शाम को हनुमान चालीसा पाठ लाभदायी
मंगलवार दिन प्रदोष तिथि आती है, तो कर्ज से मुक्ति के लिए शाम को हनुमान चालीसा का पाठ लाभदायी होता है. इस दिन मंगलदेव के 21 या 108 नामों का पाठ करने से कर्ज से जल्दी छुटकारा मिल जाता है. मंगल की शांति के लिए व्रत रखकर शाम हनुमान और भोलेनाथ की पूजा की जाती है. संभव हो तो हनुमान मंदिर में चालीसा पाठ कर बजरंग बली को बूंदी के लड्डू चढ़ाएं. इसके बाद व्रतधारी अन्न ग्रहण करें.


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