Bhojan Ke Niyam: हिंदू धर्म में भोजन के नियमों का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. खाना खाने से पहले हमें बहुत सी ऐसी बातें या ऐसी चीजें जिनको अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए. भोजन के सभी नियमों का पालन किया जाए तो व्यक्ति के जीवन में किसी भी प्रकार का रोग नहीं होता और अन्नपूर्णा देवी की भी कृपा बनी रहती है. भोजन करते समय नियमों का पालन करने से मां अन्नपूर्णा देवी की कृपा बनी रहती है और हम दिन दुगनी और रात चौगुनी तरक्की करते हैं.


भोजन के नियम (Bhojan Ke Niyam)-



  • खाना खाने से पहले अपने हाथ-पैरों को अच्छे से साफ करें और धो कर खाना खाएं.

  • भोजन हमेशा जमीन पर किसी आसन पर बैठकर ही करना चाहिए. 

  • भोजन ग्रहण करने से पहले भोजन मंत्र का जाप करें. ॐ सह नाववतु। सह नौ भुनक्तु। सह वीर्यं करवावहै। तेजस्विनावधीतमस्तु मा विद्विषावहै॥ ॐ शांति, शांति, शांतिः

  • साथ ही अन्नदेवता और अन्नपूर्णा माता की स्तुति जरुर करें. 

  • खाना उतना ही लेना चाहिए जितना आप खा सकें. कभी भी थाली में अन्न नहीं छोड़ना चाहिए

  • भोजन से पहले खाने की थाली के चारों तरफ़ जल छिड़कना चाहिए. 

  • खाना जब भी खाएं हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा (East or North) की ओर मुंह करके बैठना चाहिए. 

  • भोजन करते समय मौन या शांत रहें, बात ना करें.

  • भोजन के दौरान गुस्सा या क्रोध ना करें. साथ ही भोजन का अपमान ना करें.

  • भोजन हमेशा दाएं हाथ से खाएं. बाएं हाथ से भोजन करने से दोष माना गया है.

  • भोजन खाने के तुरंत बाद वज्रासन में बैठना चाहिए. 

  • भोजन करने के बाद बोलें ये मंत्र-
    अगस्त्यम कुम्भकर्णम च शनिं च बडवानलनम।
    भोजनं परिपाकारथ स्मरेत भीमं च पंचमं ।।
    अन्नाद् भवन्ति भूतानि पर्जन्यादन्नसंभवः।
    यज्ञाद भवति पर्जन्यो यज्ञः कर्म समुद् भवः।।


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