Bible Motivational Quotes: संसार का हर धर्म व्यक्ति को सत्य, अहिंसा और सदाचार के मार्ग पर चलने की सीख देता है. फिर चाहे वह गीता हो, कुरान या फिर ईसाई धर्म का पवित्र ग्रंथ बाइबिल. इन सभी में मनुष्य को सफल जीवन जीने का पाठ पढ़ाया गया है. बाइबल की बात करें तो करीब 2000 साल पहले ईसा मसीह ने मानव कल्याण के लिए जो उपदेश दिए थे उनका सार बाइबल में संग्रह किया गया है.आइए जानते है बाइबल की प्रेरणादायक बातें.
बाइबल के 10 अनमोल वचन (Bible Quotes)
- अगर भगवान हमारे साथ है, तो कौन हमारे खिलाफ हो सकता है - बाइबिल के मुताबिक जो प्रभू पर भरोसा रखते हैं वह कमजोर नहीं पड़ते.
- आसमान में उड़ते परिंदे न तो कुछ बोते हैं, न काटते हैं, फिर तुम्हारा मोल तो उन परिंदों से भी ज्यादा है. - बाइबल कहती है कि अगर प्राण और शरीर की रक्षा प्रभु करते हैं, तो बाकी भी उनकी मर्जी पर छोड़ दो. वह हर दुख और मुश्किल की घड़ी में कभी आपको अकेला नहीं छोड़ेगा.
- अगर उपवास करो, तो चेहरे पर उदासी कभी न आने दो. दूसरों को अपने उपवास का पता न चलने दो. - कहने का मतलब है कि धर्म कर्म के कार्य का कभी गुणगान नहीं करना चाहिए. इससे उसका प्रभाव कम हो जाता है.
- खुद को पूरी तरह से परमेश्वर के काम में लगा दो, क्योंकि ये परिश्रम व्यर्थ नहीं जाएगा. - बाइबल में कहा गया है कि मनुष्य का अच्छा और बुरा दोनों ही उस परमेश्वर की कृपा से उसे मिलता है. वह सब जानते हैं. तुम्हारे मांगने से पहले ही प्रभु को यह मालूम है कि तुम्हारी जरूरतें क्या-क्या हैं.
- अगर तुम्हारी नजर अच्छी होगी, तो तुम्हारा जीवन उजाले से भरा होगा. - इस कथन से आशय है कि व्यक्ति की व्यवहार, उसके बोल, उसके विचार ही उसके असली व्यक्तिव को दर्शाते हैं. बाइबल के अनुसार पराई स्त्री पर बुरी नजर डालना भी उतना ही गलत है, जितना कि किसी से साथ शारीरिक तौर पर व्यभिचार करना.
- आज के लिए आज का ही दुख काफी है. कल की चिंता व्यर्थ है. चिंता करने से तकदीर नहीं बदलली बल्कि परमेश्वर में भरोसा करने से भाग्य बदल जाता है.
- प्रभु के आगे भेंट चढ़ाने या प्रार्थना करने से पहले तुम अपने परिवार में मिलाप करो. अपने प्रियजनों के प्रति अगर मन में द्वेष की भावना हो, ईश्वर से की गई प्रार्थना का फल नहीं मिलता. इसे त्यागकर ही उसकी कृपा प्राप्त की जा सकती है.
- अपने सिर की भी शपथ न खाना, क्योंकि अपने सिर के एक भी बाल को तुम अपनी मर्जी से सफेद या काला नहीं कर सकते. - मनुष्य का भला-बुरा सब उसके हाथ में है. मन की संतुष्टि के लिए शपथ लेना भम्र में रहने जैसा है.
- तुम दूसरों के अपराध माफ करोगे तो प्रभू तुम्हारी गलती भी नहीं गिनेगा. - दूसरों से माफी मांगना और दूसरों की गलती पर उन्हें माफ करने वाला व्यक्ति कभी तनाव में नहीं रहता. एक माफी रिश्तों में आई दरार को भर देती है. इस संसार में जिस पैमाने से तुम दूसरों को मापते हो, तुम्हें भी उसी से मापा जाएगा.
- जो लोग तुम्हारे लिए द्वेष की भावना रखते हैं, उनसे भी प्रेम करो क्योंकि सूरज धर्म का पालन करने वाले और अधर्मी दोनों को ही रोशनी देता है.
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