Buddha Amritwani, Gautam Buddha: बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध ने सांसारिक सुखों का त्यागकर एकांत में दिव्य ज्ञान को प्राप्त किया. गौतम बुद्ध ने जंगल में रहकर दिव्य ज्ञान को हासिल किया और बिहार के गया में बोधी वृक्ष के नीचे रहकर कठोर तपस्या के बाद उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ. गौतम बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ था. अपनी कठोर तपस्या के बाद वे सिद्धार्थ गौतम बन गए. गौतम बुद्ध के अनमोल विचारों से आपका जीवन बदल जाएगा. गौतम बुद्ध इन विचारों में जीवन के सूत्र छिपे हैं.
निडर होकर बढ़े आगे: किसी काम की शुरुआत नहीं करना और सागर तय ना करना. इन्हीं दो कारणों से व्यक्ति सफल नहीं हो पाता है. ठीक इसी तरह से मुश्किलों से घबराकर बहुत लोग काम को अधूरा ही छोड़ देते हैं. इसलिए अगर आपको जीवन में सफल बनना है तो अपने आप में पॉजिटिविटी रखें और निडर होकर काम करें.
मेहनत के बिना कुछ हासिल नहीं होता: आलसपन और कामचोरी से जीवन बर्बाद हो जाता है. वहीं सुखी और खुशहाल जीवन जीने का एक मात्र तरीका है मेहनत. इसलिए मूर्ख लोग को बेकार और बुद्धिमान मेहनती कहलाते हैं. इसलिए जीवन में सफल बनने या कुछ हासिल करने के लिए मेहनत जरूरी है. गौतम बुद्ध ने कहा है, ‘मेहनत करो क्योंकि मेहनत के बिना कुछ नही हासिल नहीं होता है.’
खुश रहना है तो अच्छा सोचिए: बुद्ध ने कहा है, जैसा हम सोचते हैं ठीक वैसा ही हम बन जाते हैं. इसलिए जब मन शुद्ध होता है, तब प्रसन्नता परछाई की तरह हमारा पीछा करती है. इसीलिए हमेशा सकारात्मक बनें और सकारात्मक सोचें. चाहे परिस्थिति कितनी भी कठिन क्यों न हो आपके खुश रहने और पॉजिटिव सोचने से आपके जीवन में खुशियां बनी रहेंगी. व्यक्ति के सोच से जीवन बदल सकता है और बिगड़ भी सकता है. कहा जाता है कि आपकी सोच का निर्माण 5 इंद्रियों आंख, कान, नाक, जीभ और त्वचा से होता है. इसीलिए खुश रहिए और अच्छा सोचिए.
अच्छी संगत में रहें: गौतम बुद्ध ने कहा कि, जंगली जानवर के मुकाबले एक कपटी और बुरा मित्र अधिक खतरनाक है. क्योंकि जंगली जानवर जब हमला करता है तो वह आपके शरीर को चोटिल करता है. लेकिन बुरा मित्र सीधे आपके मन पर घाव करता है. इसलिए कहा जाता है कि जैसी आपकी संगत होगी आप भी वैसे ही बन जाएंगे. बुद्ध कहते हैं कि व्यक्ति को हमेशा अच्छी संगत में रहना चाहिए.
वर्तमान में जिएं: गौतम बुद्ध कहते हैं कि, आज में जिएं और भविष्य की चिंता न करें. इसलिए व्यक्ति को अपने मन में वर्तमान क्षण को केंद्रित करना चाहिए क्योंकि यही दुःख और चिंताओं से मुक्ति पाने का मुख्य मार्ग है और यह आपको शांति की ओर ले जाता है. भविष्य की चिंता हमेशा आपको परेशान और चिंतित करती है लेकिन अगर आप वर्तमान में जिएंगे तो आप अपना आज सुधार लेंगे.
ये भी पढ़ें: Buddha Amritwani: क्या है कर्म और किसे कहते हैं कर्म, गौतम बुद्ध की इस कहानी से जानिए कर्म का अर्थ
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.