Budh grah, Weak mercury Symptoms: हर व्यक्ति पर ग्रहों का शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है. नवग्रहों में बुध को सभी ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध बुद्धि, व्यापार, वाणी, त्वचा धन का कारक माने जाते हैं. बुध मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं. जिन जातकों की कुंडली में बुध मजबूत होता है वो व्यापार और नौकरी में खूब तरक्की करते हैं. वहीं इसके कमजोर होने पर कई परेशानियां झेलनी पड़ती हैं. आइए जानते हैं बुध के कुंडली में कमजोर होने के लक्षण.
बुध ग्रह कमजोर होने के लक्षण
- अगर जीवन में अचानक पैसों की तंगी हो जाए. व्यक्ति कर्ज के बोझ तले दबने लगे को समझ लीजिए की कुंडली में बुध कमजोर स्थिति में है.
- बुध अशुभ हो तो व्यक्ति की वाणी पर नकारात्मक असर पड़ता है. ऐसे लोग अक्सर अपनी बातों को दूसरों के सामने सही तरीके से नहीं रख पाते.
- कुंडली में दुर्बल बुध के कारण अक्सर व्यक्ति त्वचा संबंधी रोगों से घिर जाता है. उसके चेहरे का तेज चला जाता है.
- जिस तरह मजबूत बुध की वजह से जातक व्यापार और नौकरी में बुलंदियों को छूता है उसी तरह इसके दुर्बल होने पर तमाम कोशिशों के बाद भी करियर और कारोबार में तरक्की नहीं मिल पाती.
- कमजोर बुध व्यक्ति का आत्मविश्वसा घटा देता है. ऐसे में खुद की बुद्धिमत्ता और निर्णयों पर संदेह करने लगता है. बुद्धि काम नहीं आती साथ ही पढ़ाई पर भी असर पड़ता है.
बुध के शुभ फल पाने के उपाय
- बुधवार के दिन हरे मूंग, चीनी या छोटी इलायची का दान करें.
- प्रति बुधवार को गाय को हरा चारा खिलाएं. पालक का दान करना उत्तम होता है.
- अर्थिक तंगी दूर करने के लिए बुधवार को गणेश जी को दूर्वा जरूर अर्पित करें.
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