Dhram: वैसे तो भगवान शिव के कई तरह के नाम हैं लेकिन सभी भक्त प्रेम से इन्हें भोलेनाथ ही पुकारते हैं. क्योंकि भोलेनाथ के अन्दर न तो अहम् है और न ही चालाकी है. उनके अन्दर एक बच्चे की तरह मासूमियत है. इसीलिए इन्हें भोलेनाथ कहा जाता है. सभी देवताओं में भोलेनाथ ही ऐसे देवता हैं जिन्हें खुश करना सबसे आसान होता है. जहां एक तरफ उनको भोले नाथ कहा जाता है तो वहीँ दूसरी तरफ इनको सृष्टि का विनाशक भी कहा जाता है. हिन्दू धर्म के मुताबिक भगवान शिव त्रिदेवों में से एक हैं. ऐसी मान्यता है कि जो भी भगवान शिव की आराधना करता है उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं.
भोलेनाथ का वह मंत्र जिसका जाप करने से सारे कष्ट होते हैं दूर: शिवपुराण में ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र को सारे कष्टों को दूर करने वाला मंत्र बताया गया है. शिवपुराण में ही ऐसा बताया गया है कि ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र के जाप से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. शिव महापुराण में ही इस मंत्र को शरणाक्षर मंत्र भी कहा गया है.
‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र जाप करने की विधि:
- हमारे हिन्दू धर्मशास्त्रों में इस चमत्कारी मंत्र का जाप करने के लिए किसी खास समय का निर्धारण नहीं किया गया है. इसका मतलब यह है कि इस मंत्र का जाप अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी कर सकते हैं.
- इस मंत्र का जाप नदी के किनारे शिवलिंग की स्थापना कर, किसी वन या शांत स्थान पर या घर में रहते हुए भी कर सकते हैं.
- इस मंत्र का जाप प्रत्येक दिन हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख करके करना चाहिए.
- इस मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करना चाहिए.
- इस मंत्र का जाप प्रत्येक दिन कम से कम 108 बार करना चाहिए.
‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र के जाप से होने वाला लाभ: इस मंत्र का जाप करने से धन की प्राप्ति, संतान की प्राप्ति और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है. इस मंत्र के जाप से सभी कष्ट और दुःख दूर हो जाते हैं.