Bhadrapada 2021: रक्षाबंधन का पर्व 22 अगस्त 2021, रविवार को मनाया जाएगा. पंचांग के अनुसार इस दिन श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है. इस दिन सावन के महीने का समापन होगा. सावन का महीना समाप्त होने के बाद अब भाद्रपद यानी भादो मास का आरंभ होगा. धार्मिक दृष्टि से भाद्रपद मास अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है. भाद्रपद का महीना भगवान विष्णु के प्रिय महीनों में से एक माना जाता है. इस माह के महत्वपूर्ण पर्व और व्रत के बारे में आइए जानते हैं-
- कजली तीज/कजरी तीज
- जन्माष्टमी
- अजा एकादशी
- भाद्रपद अमावस्या
- हरितालिका तीज
- गणेश चतुर्थी/संकष्टी चतुर्थी
- देवझूलनी/पदमा/ परिवर्तनी एकादशी
- भाद्रपद पूर्णिमा
भाद्रपद मास कब से आरंभ हो रहा है?
पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास 23 अगस्त 2021 सोमवार से आरंभ हो रहा है. इस दिन भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि रहेगी. हिंदू कैंलेडर के अनुसार भाद्रपद यानी भादो मास को छठा महीना माना गया है. भाद्रपद मास का समापन 20 सितंबर 2021, सोमवार को होगा.
भाद्रपद मास में इन बातों का ध्यान रखें
भाद्रपद मास में धार्मिक कार्यों के साथ दान आदि का भी विशेष महत्व बताया गया है. इस मास में भगवान विष्णु, भगवान श्रीकृष्ण के साथ गणेश जी की पूजा करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है. इस मास में हरी पत्तेदार सब्जियां, दही, मास, मदिरा, शहद और गुड आदि का सेवन नहीं किया जाता है.
जन्माष्टमी का पर्व कब है?
जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद मास का प्रमुख पर्व है. इस दिन को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि यानी 30 अगस्त 2021 को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा. जन्माष्टमी का पर्व मथुरा सहित पूरे देश में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन घरों में सुंदर झांकियां सजाई जाती हैं.