Chaiti Chhath 2024 Date: चैती छठ 2024 में कब ? क्यों मनाते हैं ये पर्व, जानें डेट और महत्व
Chaiti Chhath 2024 Date: चैत्र माह में चैती छठ मनाई जाती है. इसमें संतान के लिए स्त्रियां 36 घंटे का निर्जल व्रत करती है. जानें चैती छठ 2024 की डेट, नहाय खाय, खरना और सूर्य को अर्घ्य कब दिया जाएगा
Chaiti Chhath 2024 Calendar: हिंदू धर्म में लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत खास है. साल में दो बार छठ पर्व मनाया जाता है. कार्तिक मास होने वाला छठ पर्व को कार्तिकी छठ के नाम से जाना जाता है. वहीं चैत्र माह में आने वाली छठ पूजा चैती छठ कहलाती है.
इसे यमुना छठ के नाम से भी प्रसिद्ध है. मान्यता है कि इस दिन देवी यमुना पृथ्वी पर प्रकट हुईं थी. इसलिए इसे यमुना के जन्म दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. कार्तिक माह की तरह चैती छठ में भी स्त्रियां संतान की सलामती के लिए 36 घंटे का निर्जला व्रत करती हैं. जानें इस साल चैती छठ 2024 की डेट, पूजा मुहूर्त और महत्व.
चैती छठ 2024 डेट (Chaiti Chhath 2024 Date)
छठ का महापर्व 4 दिन तक चलता है. चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से इसकी शुरुआत होती है और समापन सप्तमी को होता है. इस साल चैती छठ 12 अप्रैल 2024 से शुरू होगा और समाप्ति 15 अप्रैल को होगी.
चैती छठ 2024 कैलेंडर (Chaiti Chhath 2024 Calendar)
- 12 अप्रैल 2024 - नहाय खाय (Nahay Khay)
- 13 अप्रैल 2024 - खरना (Kharna)
- 14 अप्रैल 2024 - संध्या अर्घ्य (Evening Surya Arghya)
- 15 अप्रैल 2204 - उदयीमान सूर्य को अर्घ्य (Morning Surya Arghya)
कैसे मनाते हैं चैती छठ ? (Chaiti Chhath Celebration)
चैती छठ भी कार्तिक माह में आने वाली छठ की तरह ही मनाई जाती है. महिलाएं संतान के स्वास्थ, अच्छे भविष्य और उसकी रक्षा के लिए व्रत रखती हैं और छठी मैय्या, सूर्य देव का पूजन किया जाता है. चैती छठ पूजा का पहला दिन आत्म-शुद्धीकरण के लिए समर्पित होता है. इस दिन व्रती शकाहारी भोजन चने की दाल, लौकी की सब्जी, भात खाती हैं
दूसरे दिन खरना में शाम को गाय के उपले या आम की लकड़ी पर गुड़ की खीर का प्रसाद बनाया जाता है इसके बाद व्रती 36 घंटे का व्रत शुरू करते हैं. भगवान सूर्य का इस पर्व में विशेष महत्व है, व्रत के दौरान छठ वाले दिन व्रती नदी में खड़े होकर पहले डूबते सूर्य को अर्घ्य देती हैं और फिर अगले दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही चैती छठ व्रत का पारण किया जाता है.
चैती छठ महत्व
छठ पूजा बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में प्रमुख रूप से मनाई जाती है. छठ पूजा संतान प्राप्ति और परिवार के कल्याण के लिए की जाने वाली एक महत्वपूर्ण पूजा है. इस दौरान सूर्यदेवी की पूजा विवस्वान रूप में करनी चाहिए. इससे घर में खुशहाली, सुख, समृद्धि आथी है.
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