हिंदू धर्म में चैत्र माह का विशेष महत्व बताया जाता है. मान्यता है कि चैत्र माह से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है. चैत्र माह की शुरुआत 18 मार्च से हो चुकी है.और इसका समापन 16 अप्रैल के दिन होगा. चैत्र माह की शुरुआत होते ही शुभ और मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है. धार्मिक मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य हमेशा शुभ परिणाम देते हैं. इसलिए शुभ कार्य शुभ समय के दौरान ही किए जाते हैं. अन्य माह की तरह चैत्र में भी कई शुभ मुहूर्त होते हैं. आइए डालते हैं इन शुभ मुहूर्त पर एक नजर. 


नामकरण मुहूर्त


व्यक्ति का नाम उसकी लाइफ में विशेष महत्व रखता है. इसलिए बच्चे का नामकरण आदि बहुत ही सोच-समझकर शुभ मुहूर्त में रखा जाता है. मार्च में नामकरण के लिए कोई मुहूर्त नहीं हैं, लेकिन अप्रैल में 6 मुहूर्त निकल रहे हैं. अप्रैल माह में 1, 3, 6, 10, 11, 15 तारीख नामकरण के लिए शुभ है.  


मुंडन मुहूर्त


हिंदू पंचाग के अनुसार चैत्र माह में मुंडन के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं होता. ऐसे में अगले माह का इतंजार करना होगा.


शादी शुभ मुहूर्त


चैत्र माह में शादी के लिए सिर्फ 2 ही मुहूर्त निकल रहे हैं. अप्रैल में शादी के लिए 15 और  16 अप्रैल का दिन शुभ है. 


जनेऊ शुभ मुहूर्त 


चैत्र माह में जनेऊ धारण के लिए सिर्फ तीन शुभ मुहूर्त ही निकल रहे हैं. जनेऊ धारण करने को उपनयन संस्कार भी कहा जाता है. अप्रैल की 3, 6 और 11 तारीख को जनेऊ संस्कार किया जा सकता है. 


खरीदारी शुभ मुहूर्त


अगर आप गाड़ी, मकान, जमीन, प्लॉट या किसी भी अन्य प्रकार की प्रॉपर्टी खरीदना चाह रहे हैं, तो चैत्र माह में 6 दिन शुभ मुहूर्त है. अप्रैल की 1, 2, 6, 7, 11 और 12 तारीख को खरीददारी की जा सकती है. 


गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त


अगर आप गृह प्रवेश करने की सोच रहे हैं, तो चैत्र माह में सिर्फ एक ही जिन गृह प्रवेश किया जा सकता है. 26 मार्च, शनिवार को रात 08 बजकर 27 मार्च सुबह 6 बजकर 18 मिनट तक है. 


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