(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chaitra Navratri 2021: नवरात्रि में कन्या पूजन के दौरान वास्तु के इन नियमों का करें पालन, होगा शुभ, मनोकामनाएं होगी पूरी
Chaitra Navratri 2021 Kanya Puja: नवरात्रि में कन्या पूजन का विशेष महत्त्व है. कन्या पूजन के समय यदि वास्तु के नियमों को पालन करें तो फल कई गुना बढ़ जाता है. आइये जानें नवरात्रि में कन्या पूजन, विधि और महत्व.
Chaitra Navratri 2021 Ram Navmi Date Kanya Pujan Timing: चैत्र नवरात्रि 2021 की आज नवमी तिथि है. इस दिन पूरे देश में राम नवमी का पर्व मनाया जा रहा है. नवरात्रि की नवमी तिथि को कन्या पूजन का विधान है.कन्या पूजन के समय यदि वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करें तो भक्त पर मां दुर्गा की कृपा से फल दो गुना बढ़ जाता है. हिंदू पंचांग के निर्णयसिंधु और दुर्गार्चन पद्धति में नवरात्रि में कन्या पूजन एवं उसे भोजन कराने का विधान बताया गया है. निर्णयसिंधु और दुर्गार्चन पद्धति के मुताबिक़, कन्या पूजन / भोजन के पांच हिस्से हैं, जो कि नीधे दिया गया है.
- आई हुयी कन्याओं के हाथ-पैर धुलाना
- हाथ पैर धुलने के बाद उनके मस्तक पर टीका लगाना,
- टीका लगाने के बाद उनका नीराजन करना,
- भोजन कराना,
- उन्हें दक्षिणा देना और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करना
कन्या पूजन के लिए वास्तु शास्त्र के नियम
वास्तु शास्त्र में कन्या पूजन के दौरान किये जाने वाले इन सभी कार्यों के लिये एक उचित दिशा निर्धारित है. वास्तु के अनुसार पूर्व दिशा की ओर मुख करके कन्याओं को अर्घ्य और पाद्य देना चाहिए. कन्या का नीराजन दक्षिण-पूर्व की ओर मुख करके करना चाहिए, तथा उत्तर-पूर्व की ओर मुख करके टीका लगाना चाहिए, कन्याओं को भोजन परोसते समय उनके सम्मुख होकर ही देना चाहिए, उर्ध्व मुख, यानि ऊपर की ओर देखकर दक्षिणा देनी चाहिए और अधोमुख होकर, यानि पृथ्वी की ओर देखते हुए आशीर्वाद ग्रहण करना चाहिए. इस तरह उचित दिशा के अनुसार कार्य करने से वस्तु के शुभ लाभ प्राप्त होते हैं. कुमारियों को भोजन आनंद पूर्वक कराना चाहिए. जिस घर में नवरात्रि के दौरान कन्याएं आनन्द से भोजन ग्रहण करती हैं, उस घर में भी सब आनन्द ही आनन्द होता है.
चैत्र नवरात्रि रामनवमी कन्या पूजन -21 अप्रैल को बनने वाले शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त- 04:10 ए एम, अप्रैल 22 से 04:54 ए एम, अप्रैल 22 तक.
- रवि योग- 07:59 एएम से 05:39 एएम, अप्रैल 22 तक.
- विजय मुहूर्त- 02:17 पीएम से 03:09 पीएम तक.
- गोधूलि मुहूर्त- 06:22 पीएम से 06:46 पीएम तक.
- निशिता मुहूर्त- 11:45 पीएम से 12:29 एएम, अप्रैल 22 तक