चैत्र माह की शुरुआत होते ही भक्तों को नवरात्रि का इंतजार शुरू हो जाती है. चैत्र नवरात्रि की शुरुआत शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होते हैं. 2 अप्रैल से चैत्र माह के नवरात्रि की शुरुआत होगी और 10 अप्रैल तक चलेंगे. नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यता है कि नवरात्रि के दिनों में मां की पूजा से विशेष कृपा प्राप्त होती है. साथ ही इस दिनों में कुछ कार्य भूलकर भी न करें. अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं और जीवन में दरिद्रता का वास होने लगता है. आइए जानते हैं नवरात्रि के दिनों में किन कार्यों से परहेज करना चाहिए. 


नवरात्रि के दिनों में न करें ये कार्य 


मांसाहारी भोजन 


नवरात्रि के 9 दिन मां के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. इन दिनों में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना और व्रत आदि किए जाते हैं. ऐसे में नवरात्रि के दिनों में मांसाहारी भोजन करने से परहेज करना चाहिए. 


लहसुन-प्याज 


लहसुन और प्याज तामसिक भोजन की श्रेणी में आते हैं. मान्यता है कि तामसिक भोजन मन की एकाग्रता भंग करता है. वहीं, मानसिक थकान का कारण भी बनता है. इसलिए नवरात्रि के दिनों मं तामसिक भोजन का सेवन वर्जित होता है. 


बाल कटवाना


इन 9 दिनों में बाल कटवाने की भी मनाही होती है. वहीं, शेविंग करने से भी मना किया जाता है. ऐसा माना जाता है कि अगर कोई ऐसा करता है तो इससे भविष्य में सफल होने की संभावना कम होने लगती हैं. 


नाखून काटना


शास्त्रों का मानना है कि नवरात्रि के 9 दिन नाखून काटने की भी मनाही होती है. यही कारण है कि लोग नवरात्रि शुरू होने से पहले ही नाखून आदि साफ कर लेते हैं. अगर कोई व्यक्ति इन दिनों में नाखून काटत है, तो नमां दुर्गा उस से क्रोधित हो जाती हैं और व्यक्ति के मां के क्रोध का सामना करना पड़ता है.  


शराब का सेवन


धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इन 9 दिन शराब से भी दूरी बनाए रखनी चाहिए. किसी भी पवित्र पर्व या त्योहार के दौरान शराब का सेवन वर्जित होता है. चैत्र माह को मां भगवती की उपासना के लिए बहुत पवित्र मनाया जाता है. ऐसे में नवरात्रि के दौरान शराब का सेवन न करें. 


चमड़े की वस्तुएं पहनने से बचें


नवरात्रि के दिनों में चमड़े की बेल्ट, जूते, जैकेट आदि पहनने से भी परहेज करें. चमड़ा जानवरों की खाल से बनता है इसलिए इसे अशुभ माना गया है. ऐसे में नवरात्रि के शुभ दिनों में चमड़े का इस्तेमाल वर्जित होता है. 


किसी को अपशब्द न कहें 


शास्त्रों में किसी व्यक्ति के अपमान न करने की बात कही गई है. सिर्फ पवित्र दिनों में ही नहीं आम दिनों में भी इससे परहेज करना चाहिए. लेकिन नवरात्रि की दिनों में खास ध्यान रखें. ये देवी दुर्गा की भक्ति और उपासना का समय होता है इसलिए इस दौरान किसी के साथ अपशब्द न कहें. 


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