Navratri 2024 Maha Ashtami: नवरात्रि की ‘महाष्टमी’ पूजा में इन चीजों को जरुर करें शामिल, माता का मिलेगा आशीष
Chaitra Navratri 2024 Maha Ashtami: 16 अप्रैल 2024 को नवरात्रि की महाष्टमी है. इस दिन देवी पूजन के अलावा कन्या पूजा और हवन भी किया जाता है. आइए जानते हैं दुर्गाष्टमी की पूजा सामग्री और पूजन विधि
Chaitra Navratri 2024 Durga Ashtami: चैत्र नवरात्रि अब समापन की ओर है. 16 अप्रैल 2024 को महाष्टमी पर मां महागौरी का पूजन किया जाएगा. मां महागौरी की पूजा से राहु शांत होता है, सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इसके अगले दिन 17 अप्रैल को महानवमी नवरात्रि का आखिरी दिन होगा.
मां दुर्गा की पूजा के लिए अष्टमी -नवमी तिथि बहुत महत्वपूर्ण और पुण्यफलदायी मानी गई है. इस दिन लोग घरों में कुल देवी का पूजन, कन्या पूजा करते हैं. नवरात्रि की महाष्टमी पर मां दुर्गा चंड-मुंड का संहार किया था. ऐसे में चैत्र नवरात्रि की अष्टमी पर माता के पूजन के लिए कौन-कौन सी सामग्री इस्तेमाल होती है. जान लें
चैत्र नवरात्रि अष्टमी पूजा सामग्री (Navratri Ashtami Puja samagri)
- माता पूजन सामग्री - रोली, मौली, हल्दी, अक्षत, सफेद पुष्प (संभव हो तो मोगरा फूल लें), नारियल, पंचमेवा, लाल चुनरी, श्रृंगार सामग्री, फल, मिठाई, ध्वजा.
- हवन सामग्री लिस्ट (Hawan) - कुछ लोग नवरात्रि पर अष्टमी तिथि के दिन ही कुलदेवी का पूजन कर हवन करते हैं. हवन के लिए आम की लकड़ी, हवन कुंड, पंच पल्लव, जौ, गोला, अश्वगंधा, गूलर की छाल, कूपर,तिल, नवग्रह की लकड़ी, अक्षत, घी, शक्कर, इलायची, पान, लौंग की जरुरत होगी.
- कन्या पूजन का सामान (Kanya puja) - गंगाजल, पैर साफ करने के लिए कपड़ा, कलावा, फूल, लाल चुनरी, रोली, अक्षत, फल, मिठाई, कन्याओं को बांटने की सामग्री. इस दिन कन्या भोजन में काले चने, पूड़ी, हलवा बनाया जाता है.
चैत्र नवरात्रि अष्टमी पूजन विधि (Maha ashtami Puja vidhi)
- नवरात्रि की महाअष्टमी देवी की 8वीं शक्ति मां महागौरी को समर्पित है. इस दिन स्नान के बाद लाल वस्त्र पहनें. घी का दीपक लगाकर देवी महागौरी का आह्वान करें.
- अब मां को रोली, मौली, अक्षत, मोगरा पुष्प अर्पित करें
- माता को लाल चुनरी में सिक्का और बताशे रखकर जरूर चढ़ाएं.
- मां महागौरी को नारियल या नारियल से बनी मिठाई का भोग लगाएं. फिर आरती करें.
- घर में 9 कन्या और एक बालक को बुलाकर उनके चरण धोएं. पूजन और भोजन कराएं. दान दक्षिणा दें. लाल चुनरी ओढ़ाएं
- इस दिन जो लोग हवन कर रहे हैं वो दुर्गा सप्तशती पाठ के मंत्रों का उच्चारण करते हुए हवन में आहुति दें.
Kamada Ekadashi 2024: कामदा एकादशी व्रत से मिलती है दुख, दरिद्रता से मुक्ति, जानें ये कथा
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.