Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन, नारियल, जवारे और अन्य चीजों का क्या करें, जानें नियम
Chaitra Navratri 2024: नवरात्रि का मौका बहुत खास होता है मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए, लेकिन पूजा के बाद नवरात्रि की साम्रगी का क्या करें, इस बात का विशेष ख्याल रखना चाहिए.
Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्रि का आज 17 अप्रैल को समापन हो रहा है. नवमी तिथि पर व्रत के पारण के बाद व्रत का समापन हो जाएगा. आज 17 अप्रैल को दोपहर 03.14 मिनट तक रहेगी. इसके बाद आप घर में नवरात्रि तिथि के बाद पूजा के साम्रगी को प्रवाहित कर सकते हैं. आइये जानते हैं किस विधि के साथ इस सामान को कहां रखना चाहिए.
नारियल का क्या करें?
चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन, कलश के ऊपर रखे नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर पूजा स्थल पर रखना चाहिए. ऐसा करने से मां प्रसन्न होती हैं और मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं.
अगर आप नारियल को सुरक्षित जगह ना रख पाएं तो कोशिश करें कि इसे प्रवाहित कर दें. अगर आप नारियल को घर में सुरक्षित रख लेते हैं तो इसे प्रसाद के रूप में खाया जा सकते हैं. इस नारियल को सभी परिवार वालों में बांटे और मां के आशीर्वाद के रूप में इसे ग्रहण करें.
इस बात का खास ख्याल रखें कि नारियल को कहीं भी इधर-उधर ना रखें. ऐसा करने से दुर्गा मां नाराज हो सकती है. इसीलिए पूजा समाप्ति के बाद नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर पूजा के साथ पर रख दें. वरना दशमी तिथि के दिन प्रवाहित कर दें.
चावल का क्या करें ?
साथ ही नारियल के नीचे रखें चावल को घर के हर कोने में छिड़कना चाहिए. ऐसा करने से मां भगवती की कृपा आप पर और आपके परिवार पर सदैव बनी रहती है. घर में सुख-समद्धि का वास होता है और पैसे और धन की तंगी कभी नहीं आती.
जवार का क्या करें?
अगर आपके अपने घर में नवरात्रि के दौरान जौ या जवार के दाने मिट्टी के बर्तन में बोए हैं तो नवरात्रि के बाद जौ को प्याले से बाहर निकालकर, कुछ जौ को लेकर घर के पूजा स्थल पर रखना चाहिए. कुछ जौ को पैसों के स्थान पर रखना चाहिए, जैसे घर की तिजोरी में रखना. ऐसा करने से घर में बरकत पड़ती है. बाद में जवारे और पूजा के सामान का विसर्जन कर देना चाहिए.
नवरात्रि में घर पर खुद इस आसान विधि से करें हवन, जान लें पूजन सामग्री और मंत्र
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.