Chaitra Navratri 2024: 30 साल बाद 5 दुर्लभ योग में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत, जानें घटस्थापना के लिए 2 शुभ मुहूर्त
Chaitra Navratri 2024: इस बार 9 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि 5 शुभ योग में शुरू हो रही है. ऐसे में भक्तों पर देवी की विशेष कृपा बरसेगी. जानें घटस्थापना मुहूर्त, शुभ योग और महत्वपूर्ण जानकारी
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Chaitra Navratri 2024: लगभग 30 साल बाद इस वर्ष चैत्र नवरात्रि चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 9 अप्रैल 2024 को रेवती और अश्विनी नक्षत्र के साथ ही गजकेसरी योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और शश योग, लक्ष्मी नारायण के शुभ संयोग में शुरू होगी.
इस बार मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही है, जिससे साधकों को खुशियां मिलेगी. इस पूरे नवरात्रि में 3 सर्वार्थसिद्धि, 1 अमृतसिद्धि और 1 रवियोग भी आएगा. इन विशेष ग्रह योगों के संयोग से मनोकामना पूर्ति होगी.
चैत्र नवरात्रि पर हुई थी ये घटना
चैत्र शुल्क प्रतिपदा विक्रम संवत हिंदू पंचांग का पहला दिन है. इसी दिन से कालगणना प्रारंभ हुई थी. इसी दिन ब्रह्मा ने सृष्टि का निर्माण किया था. इसी दिन सूर्य की पहली किरण पृथ्वी पर फैली थी. 9 ग्रह, 27 नक्षत्र और 12 राशियों का उदय भी इसी दिन हुआ था. इसी दिन भगवान विष्णु का मत्स्य अवतार हुआ था.
नवरात्रि के पांच दिन रहेंगे खरमास (Kharmas in Navratri)
वहीं नवरात्रि में सभी शुभ काम किए जा सकते हैं, लेकिन शुरुआत के पांच दिन में यानि 13 अप्रैल तक खरमास हैं, इसलिए इस समय शुभ कार्य के लिए रूक जाना ही बेहतर है. क्योंकि कार्य की सफलता के लिए जल्दबाजी ठीक नहीं है. खरमास में शुभ कार्य करने से बचें, वरना दुष्परिणाम झेलने पड़ सकते हैं, लेकिन इस समय मुंडन और नये कपड़े खरीदने जैसे काम कर सकते हैं.
चैत्र नवरात्रि में घटस्थापना का महत्व (Chaitra Navratri Kalash Sthapana Importance)
कलश सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य तथा सभी प्रकार के मंगल कामनाओं का प्रतीक है. ऐसी मान्यता है कि कलश के मुख में स्वयं श्री हरि विष्णु का वास होता हैं. इसके कण्ठ में रूद्र एवं मूल में श्रीब्रह्मा जी स्वयं विराजते हैं और कलश के मध्य में सभी शक्तियां विराजती होती है.
कलश स्थापना का मुहूर्त (Navratri 2024 Ghatsthapana time)
कलश एवं घटस्थापना करके ही हम मां दुर्गा को पूजा के लिए आमंत्रित करते हैं. इस दिन सुबह 06.02 से सुबह 10.16 तक घटस्थापना मुहूर्त है. 9 अप्रैल को अभिजीत मुहूर्त 12 बजकर 14 मिनट से दोपहर 1 बजकर 05 मिनट तक रहेगा. इस शुभ मुहूर्त में आप कलश एवं कलश स्थापना कर सकते है.
अखंड ज्योति देगी समृद्धि
इसी के साथ नवरात्रि में निरन्तर नौ दिनों तक घी का अखण्ड दीपक प्रज्जवलित करने से सुख-शांति और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है और जीवन की हर बाधाए स्वत: ही दूर होने लगती है.
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