(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chanakya Niti: अच्छा बॉस और लीडर बनना है तो भूलकर भी नहीं करें ये काम
Chanakya Niti In Hindi: चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति तभी सफल और अच्छा बन सकता है जब वह सर्तक और सावधान रहे. किसी भी परिस्थितियों में अपनी योजनाओं का खुलासा नहीं करना चाहिए.
Chanakya Niti Hindi: चाणक्य की गिनती श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है. आचार्य चाणक्य विलक्षण प्रतिभाओं के धनी थे. चाणक्य एक अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ होने के साथ साथ योग्य समाजशास्त्री भी थे. समाज का चाणक्य ने बहुत ही गहराई से अध्ययन किया था. चाणक्य ने हर उस विषय और वस्तु का गहराई से अध्ययन किया था जो मनुष्य को प्रभावित करती हैं. चाणक्य की चाणक्य नीति व्यक्ति को सफल बनाने के लिए प्रेरित करती है. जो व्यक्ति चाणक्य नीति में बताई गईं शिक्षाओं पर अमल करता है वह सफलता प्राप्त करता है और संकट के समय भी अपना धैर्य बनाए रखता है.
वर्तमान समय में हर व्यक्ति की अच्छा बॉस और नेतृत्वकर्ता बनना चाहता है लेकिन ये इतना आसान कार्य नहीं है. अच्छा या सफल बॉस बनना आज के दौर में उतना ही जटिल और कठिन कार्य है, जिस प्रकार से पर्वत की चोटी पर चढ़ना. लेकिन चाणक्य की बातों को जिसने समझ लिया उसके लिए यह कार्य अत्यंत सरल हो जाता है. इसलिए चाणक्य की इस बात को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए
अपनी योजनाओं का कभी खुलासा न करें चाणक्य की यह बात आज के दौर में अधिक प्रासंगिक हो जाती है. चाणक्य नीति कहती है कि जब तक कार्य पूर्ण न हो जाए उससे पहले योजना के बारे में किसी को नहीं बताना चाहिए. योजना के बारे में किसी से चर्चा भी नहीं करनी चाहिए. योजना का खुलासा होने पर प्रतिद्वंदी और शत्रु सक्रिय हो जाते है और योजना को विफल करने का प्रयास करने लगते हैं. इसलिए इस बात को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए.
योजना पूर्ण होने तक सजग रहना चाहिए जब तक योजना पूर्ण न हो जाए तब तक किसी भी प्रकार की लापरवाही पूरी मेहनत पर पानी फेर सकती है. इसलिए योजना को बहुत ही सावधानी पूर्वक पूरा करना चाहिए. योजना को सफल बनाने के लिए सहयोगियों का आत्मविश्वास बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए. सहयोगियों का आत्मविश्वास बना रहेगा तो योजना के सफल होने की संभावना बढ़ जाती है.
धैर्य बनाए रखें जब भी किसी बड़े कार्य की योजना तैयार की जाती है तो उसमें कई प्रकार की बाधाएं भी आती हैं, लेकिन इन बाधाओं से कभी घराना नहीं चाहिए. धैर्य और संयम के साथ इन बाधाओं को दूर करते हुए आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए. यह प्रवृत्ति सफल बनाती है.
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