Chanakya Niti Hindi: चाणक्य एक योग्य शिक्षक होने के साथ साथ एक कुशल अर्थशास्त्री भी थे. चाणक्य ने अपने अनुभव और अध्ययन के आधार पर जो बातें जानें और समझी उन्हें चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में लिपिबद्ध किया. चाणक्य नीति में बताई गई बातों पर जो व्यक्ति अमल करता है वह जीवन में सफलता प्राप्त करता है. चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को जब धन की प्राप्ति हो तो उसे कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि धन प्राप्ति होने पर की गई जरा सी लापरवाही बड़ी मुसीबत भी बन सकती है. इसलिए इन बातों को समझ लें-


धन के बारे में किसी से चर्चा न करें
धन प्राप्ति होने पर इसकी चर्चा नहीं करनी चाहिए. परिश्रम से अर्जित किए गए धन की विशेष सुरक्षा करनी चाहिए. धन आने पर व्यक्ति को उसका सही तरह से प्रंबधन करना चाहिए. उसके संचय और सुरक्षा को लेकर सर्तक रहना चाहिए. चर्चा करने से शत्रु और चोर सक्रिय हो जाते हैं और मौका क्षति पहुंचा सकते हैं.


धन का घमंड नहीं करना चाहिए
धन आने पर घंमड नहीं करना चाहिए. धन आने पर जो व्यक्ति को अति उत्साह से बचना चाहिए. धन का दिखावा करने से शत्रुओं की संख्या बढ़ती है. इसलिए धन आने पर गंभीरता और धैर्य का परिचय देना चाहिए.


धन व्यय पर नियंत्रण रखें
धन आने पर इसका व्यय बहुत ही सोच समझकर करना चाहिए. धन जरूरत के लिए संचय करके रखना चाहिए. संकट की घड़ी में धन ही सच्चा मित्र होता है. इसलिए भविष्य को ध्यान में रखते हुए धन का सही तरह से संचय करना चाहिए. जो लोग धन का संचय नहीं करते हैं वे संकट आने पर दुखी होते हैं.


धन का प्रयोग किसी का अनिष्ट करने के लिए न करें
धन का प्रयोग सकारात्मक तरीके से करना चाहिए. दूसरों को अपमानित और अनिष्ट करने के लिए कभी भी धन का प्रयोग नहीं करना चाहिए. जो ऐसा करते हैं उनसे धन की देवी लक्ष्मी नाराज होती हैं. धन का प्रयोग सही तरह से करना चाहिए.


धन आने पर दिखावा न करें
धन आने पर दिखावा नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से लोग दूरी बनाना आरंभ कर देते हैं. धन का प्रयोग लोगों की मदद करने के लिए करना चाहिए. धन का प्रयोग स्वयं और दूसरों की बेहतरी करने के लिए करना चाहिए. ऐसा करने से लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.


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