Safalta Ki Kunji: चाणक्य की चाणक्य नीति कहती है कि सफल होने के लिए कभी गलत अनैतिक चीजों का सहारा नहीं लेना चाहिए. परिश्रम और सच्चाई के मार्ग पर चलकर जो सफलता प्राप्त होती है वही सफलता स्थाई होती है. जो लोग सच्चाई के मार्ग पर चलकर सफलता को प्राप्त करते हैं ऐसे लोगों को हर स्थान पर सम्मान प्राप्त होता है. साथ समाज में ऐसे लोगों का अनुकरण किया जाता है. ऐसे लोग दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं. समाज को सही दिशा देने में ऐसे लोगों का बहुत बड़ा योगदान होता है.
गीता उपदेश में भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि जो व्यक्ति सत्य के मार्ग पर चलता है. उसे कभी निराशा नहीं होती है. ऐसे मनुष्य को देवताओं का आर्शीवाद प्राप्त होता है. सफलता प्राप्त करने के लिए कभी इन चीजों का सहारा नहीं लेना चाहिए.
असत्य का सहारा कभी न लें
चाणक्य के अनुसार सफलता प्राप्त करने के लिए असत्य का सहारा नहीं लेना चाहिए. जो लोग सफल होने के लिए झूठ का सहारा लेते हैं, समय आने पर ऐसे लोगों को अपयश का सामना करना पड़ता है. सच्चाई का पता चलने पर ऐसे लोगों को सम्मान की दृष्टि से नहीं देखा जाता है.
स्वयं के हित के लिए गलत कार्य न करें
विद्वानों का मानना है कि व्यक्ति को अपने हितों को लिए कभी स्वार्थी नहीं होना चाहिए और न ही गलत कार्यों को करना चाहिए. क्योंकि ऐसा करने से यदि सफलता प्राप्त हो भी जाए तो ये लंबे समय तक कायम नहीं रहती है. लोगों को जब सच्चाई ज्ञात होती है तो बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.