चाणक्य नीति: ऐसे लोगों के घर में कभी भी सुख समृद्धि का वास नही होता
आचार्य चाणक्य का भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है. चाणक्य नीति सभ्य समाज का मार्गदर्शक करती हैं. साथ ही एक महान इंसान बनने के लिए भी प्रेरित करती है. चंद्रगुप्त मौर्य की सफलता का श्रेय आचार्य चाणक्य को जाता है.
नई दिल्ली: चाणक्य नीतियों का हमारे दैनिक जीवन में काफी महत्व है. चाणक्य नीति हमारे जीवन को आसान बनाती है. साथ ही इसमें सफलता हासिल करने का मंत्र भी छिपा हुआ है. चाणक्य नीति हमें धर्म, संस्कृति, शिक्षा, राजनीति, न्याय और जीवन सिद्धान्तों के बारे में बताती है. चाणक्य नीतियां व्यवहारिक हैं. उनकी द्वारा बताई गई बातें जीवन में हर मोड़ पर सहायता करती है. तो चलिए जानते हैं चाणक्य की नीतियों के बारे में.
चाणक्य नीति के मुताबिक आप किसी व्यक्ति को धैर्य रखने का पैमाना नहीं सिखा सकते हैं. सभी व्यक्तियों में धैर्य रखने की अलग-अलग क्षमता होती है. धैर्य रखना भी एक प्राकृतिक गुण है, जिसे विकसित करना मुश्किल कार्य है. किसी इंसान में अधिक धैर्य होता है और वहीं किसी में बेहद कम धैर्य होता है.
चाणक्य नीति के अनुसार हमें कभी भी अपने अंदर की दुख की बातें किसी के सामने जाहिर नहीं करनी चाहिए.
चाणक्य नीति के अनुसार पुरुष को अपनी पत्नी के अवगुण को किसी से नहीं बांटना चाहिए. सज्जन पुरुष को अपने घर-परिवार के झगड़े, सुख-दुख की बातें किसी भी दूसरे व्यक्ति को नहीं बतानी चाहिए.
चाणक्य नीति के अनुसार गुरू की पत्नी को हमेशा माता तुल्य समझना चाहिए, क्योंकि गुरू पिता तुल्य होता है. कभी भी गुरू की पत्नी पर कुदृष्टि नहीं रखनी चाहिए.
चाणक्य के अनुसार आपकी थाली से अन्न का एक भी दाना व्यर्थ नही होना चाहिए. जो लोग अन्न बर्बाद करते हैं उनके घर में कभी भी सुख समृद्धि का वास नही होता.
चाणक्य नीति के मुताबिक मूर्ख इंसान को चाहे कितना ही समझा लो लेकिन वह अपनी मूर्खता की वजह से किसी भी बात को नहीं समझ सकता.