Chanakya Niti: जो गुरु का सम्मान करता है उनसे लक्ष्मी और मां सरस्वती प्रसन्न रहती हैं
Chanakya Niti In Hindi: चाणक्य स्वयं भी एक योग्य शिक्षक थे. आज गुरु पूर्णिमा का पवित्र पर्व है. हर व्यक्ति के जीवन में गुरु का विशेष महत्व है. बिना गुरु के ज्ञान की प्राप्ति संभव नहीं है. गुरु पूर्णिमा का दिन गुरु को समर्पित है.
Chanakya Niti Hindi: चाणक्य विश्व प्रसिद्ध तक्षशिला विश्वविद्यालय के शिक्षक थे. जीवन में गुरु विशेष भूमिका होती है. चाणक्य के अनुसार गुरु बिना जीवन में सफलता प्राप्त करना कठिन होता है. गुरु अपने ज्ञान और अनुभव के मिश्रण से अंधकार को दूर करने में सहायक होता है. इसलिए गुरु का सम्मान सर्वोपरि है. चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति गुरु का आदर सम्मान करता है और समय समय पर गुरु का मार्गदर्शन लेता रहता है उससे लक्ष्मी और सरस्वती दोनों देवियां प्रसन्न रहती हैं.
लक्ष्मी जी को धन की देवी और मां सरस्वती को ज्ञान की देवी माना गया है. लक्ष्मी जी भी उसी के पास रहना पसंद करती हैं जिसको मां सरस्वती का आर्शीवाद प्राप्त होता है.क्योकि धन का सही प्रयोग, बिना सरस्वती के संभव नहीं है. इन दोनों देवियों को प्रसन्न करने का मार्ग गुरु की शिक्षाओं में निहित होता है. इसलिए गुरु के प्रति सदैव आदरभाव रखना चाहिए.
गुरु का सम्मान करें जो व्यक्ति जीवन पर्यांत गुरु का सम्मान करता है उसे देवताओं का भी आर्शीवाद प्राप्त होता है. संकट की घड़ी में ऐेसे व्यक्ति अपने धैर्य को नहीं त्यागते हैं. गुरु का सम्मान करने वालों को हर जगह सम्मान मिलता है.
गुरु की बातों को जीवन में उतारें गुरु का ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता है. जीवन के हर मोड पर गुरु का ज्ञान काम आता है. इसलिए गुरु की बातों को गंभीरता और ध्यानपूर्वक सुनना चाहिए. क्योंकि गुरु की वाणी में जीवन की सफलता का रहस्य छिपा होता है.
गुरु के बताए मार्ग पर चलें गुरु कभी गलत सलाह नहीं देते हैं. गुरु सदैव सत्य का मार्ग दिखाते हैं. ये मार्ग कठिन हो सकता है लेकिन इसको अपनाने से जीवन के सभी कष्ट मिट जाते हैं. क्योंकि गुरु की वाणी से ही जीवन को सफल बनाया जा सकता है. गुरु व्यक्ति को भ्रम की स्थिति से निकालता है. उसे उसकी क्षमताओं का ज्ञान कराता है और लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रेरित करता है.