Chanakya Niti: कोरोना वायरस से इस समय पूरी दुनिया परेशान है. भारत में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ गया है. ऐसे मेंं लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है. पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने का यही एक कारगर उपाय है. चाणक्य ने भी अपनी चाणक्य नीति में ऐसी स्थिति में स्वयं को पहले सुरक्षित रहने के लिए कहा है.


महामारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बहुत तेजी से फैलती है. इसलिए जितनी जल्दी हो संक्रमण से बचने के लिए सामाजिक दूरी बना लेनी चाहिए. यही सभी के लिए हितकर है. क्योंकि ऐसा न करने पर स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है. आइए जानते हैं महामारी फैलने पर क्या कदम उठाए जाने चाहिए.

घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए


महामारी का खतरा बढ़ जाए तो व्यक्ति को घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए. महामारी में घर पर ही रहना श्रेयष्कर माना गया है. जो लोग घरों से बाहर निकलते हैं उन्हें संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है.


सुरक्षा के उपाय अपनाने चाहिए


महामारी में जो भी सुरक्षा के उपाय विशेषज्ञों द्वारा बताए जाते हैं उन्हें अपनाना चाहिए. इन उपायों को लेकर दूसरे व्यक्तिओं को भी जागरुक करना चाहिए. महामारी से तभी निपटा जा सकता है जब हर व्यक्ति इसमें सहयोग प्रदान करता है.


स्वच्छता का रखें पूरा ध्यान


स्वच्छता का महत्व महामारी के दौरान बढ़ जाता है. इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नही बरतनी चाहिए. स्वच्छता एक ऐसा हथियार है जिससे महामारी दूर भागती है.


पौष्टिक आहार जरुर लें


महामारी शरीर पर तभी अपना प्रभाव डालती है जब शारीरिक क्षमता कम होती है. शारीरिक क्षमता को बढ़ाने के लिए जरुरी है कि नियमित पौष्टिक आहार लें. पौष्टिक आहार लेने से शरीर की क्षमता में वृद्धि होती है जो महामारी से लड़ने में मदद करती है.


अनुशासित जीवन शैली अपनाएं


महामारी के दौरान व्यक्ति को अनुशासित जीवन शैली अपनानी चाहिए. समय पर खाना और सोना इसमें सबसे अहम है. संकट की स्थिति में जीवन शैली को कठोर बनाना चाहिए. ऐसा करने से महामारी का प्रभाव नहीं पड़ता है.


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