Chanakya Niti For Motivation in Hindi : चाणक्य नीति जीवन में सफल बनने के लिए प्रेरित करती है. चाणक्य नीति व्यक्ति को सही और गलत का भेद भी बताती है. चाणक्य की गिनती भारत के श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है. चाणक्य को आचार्य चाणक्य के नाम से भी जाना जाता है. चाणक्य का संबंध अपने समय के विश्व प्रसिद्ध तक्षशिला विश्व विद्यालय से था. चाणक्य यहां पर विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करते थे.
आचार्य चाणक्य अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र, कूटनीति शास्त्र और समाज शास्त्र आदि विषयों के विद्वान थे. चाणक्य ने अपने ज्ञान और अनुभव से पाया कि व्यक्ति जब तनाव और विवाद से दूर रहता है, तो उसकी सफलता की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है. चाणक्य नीति के अनुसार तनाव और विवाद से दूर रहने वाले व्यक्ति आसानी से अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर लेते हैं. तनाव और विवाद से बचने के लिए चाणक्य ने कुछ बातें बताई हैं, इन्हें आप भी जान लें.
लोभ कभी न करें- चाणक्य नीति कहती है कि मनुष्य को लोभ से दूर रहना चाहिए. लोभ के कारण ही व्यक्ति स्वार्थी बनाती है और अन्य अवगुणों को अपनाता है. लोभ तनाव की सबसे बड़ा कारण है. लोभ करने वाला व्यक्ति कभी संतुष्ठ नहीं होता है और अधिक पाने की चाहत, उसे तनाव की तरफ धकेल देती हैं. तनाव कई रोगों का कारक भी है. इसलिए जीवन को अनमोल मानते हुए तनाव से दूर रहने का प्रयास करें.
गुस्सा न करें- चाणक्य नीति कहती है कि क्रोध यानि गुस्सा तनाव और विवाद का कारण बनता है. क्रोध करने वाले व्यक्ति से हर कोई दूरी बनाना चाहता है. क्रोध गुणों को भी नष्ट करता है. इसलिए गुस्सा न करें.
घमंड से दूर रहें- चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति को अहंकार यानि घमंड से दूर रहने का प्रयास करना चाहिए. ये एक ऐसा अवगुण है जो व्यक्ति की प्रतिभा को भी नष्ट कर देता है. घमंड करने वालों को लक्ष्मी जी की भी कृपा प्राप्त नहीं होती है. अहंकार तनाव और विवाद के साथ क्रोध में भी वृद्धि करता है. जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो इससे दूरी बनाकर रखें.