Chanakya Niti: जिस व्यक्ति में ये चार आदतें हों, उससे दूर ही रहें, जानें आज की चाणक्य नीति
Chanakya Niti in Hindi: चाणक्य नीति कहती है कि अहंकार (Ego), क्रोध (Anger), वाणी दोष और शस्त्र (Weapons) रखने वाले व्यक्ति से दूर ही रहना चाहिए. जानते हैं आज की चाणक्य नीति .
चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति को कुछ मामलों में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. चाणक्य के अनुसार उन लोगों से दूरी बनाकर रखना चाहिए जिनमें ये आदतें होती हैं-
शस्त्र रखना (Weapons)- चाणक्य की चाणक्य नीति कहती है कि जो शस्त्र रखने की आदत रखते हैं. अपने साथ सदैव घातक शस्त्र रखते हैं ऐसे लोगों से उचित दूरी बनाकर रखना चाहिए. क्योंकि ऐसे लोगों को क्रोध कभी भी आ सकता है. क्रोध में व्यक्ति कभी कभी नियंत्रण खो देता है, जिस कारण अपने पास रखे शस्त्र का भी प्रयोग कर सकता है. जिससे उसके आसपास मौजूद लोगों को भी हानि उठानी पड़ सकती है. इसलिए ऐसे लोगों का कभी भरोसा नहीं करना चाहिए और सदैव उचित दूरी बनाकर सतर्क रहना चाहिए.
अहंकार (Ego)- चाणक्य नीति कहती है कि अहंकार करने वाला व्यक्ति सदैव अपने ही मद में रहता है. ऐसे लोगों को दूसरों की चिंता नहीं होती है. अहंकार करने वाला व्यक्ति कभी भी किसी का अपमान कर सकता है. अहंकारी व्यक्ति को किसी की परवाह नहीं होती है. ये स्थिति और परिस्थिति का भी ध्यान नहीं रखते हैं. ऐसे लोगों से दूरी बनाकर रखना चाहिए.
क्रोध (Anger)- चाणक्य नीति की मानें तो क्रोध एक ऐसा अवगुण है जो स्वयं के साथ साथ दूसरों को भी हानि पहुंचाता है. क्रोध करने वाले व्यक्ति को कोई भी पसंद नहीं करता है. क्रोध करने वाले व्यक्ति से दूर ही रहना चाहिए. क्रोध में व्यक्ति सही गलत का भेद भूल जाता है. क्रोध व्यक्ति की प्रतिभा और ज्ञान का भी नाश करता है. इसलिए क्रोध करने वालों से दूर रहना चाहिए.
वाणी दोष (Speech Impairment)- चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति को सदैव मधुर वाणी बोलनी चाहिए. मधुर वाणी बोलने वाले व्यक्ति सभी के प्रिय होते हैं. मधुर वाणी बोलने वाले पर लक्ष्मी जी की कृपा भी बनी रहती है. मधुर वाणी में सफलता का रहस्य छिपा होता है. वहीं जिन लोगों की वाणी में दोष होता है यानि जो बिना विचारे बोलते हैं, उनसे दूरी बनाकर रखना चाहिए.