Chanakya Niti In Hindi: आचार्य चाणक्य की गिनती श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है. चाणक्य ने हर उस चीज का बहुत ही गहराई से अध्ययन और अनुभव किया था जो व्यक्ति को प्रभावित करती है. चाणक्य के मुताबिक संकट के समय जब सब लोग साथ छोड़ देते हैं तब व्यक्ति के जीवन में एक ही चीज ऐसी होती है जो उसका साथ निभाती है.


चाणक्य के अनुसार कौन अपना है और कौन पराया इसकी पहचान संकट के समय ही होती है. किसी भी स्थिति के लिए व्यक्ति को सदैव तैयार रहना चाहिए. जीवन में उतार चढ़ाव आते रहते हैं ठीक वैसे ही दिन और रात होते हैं. इसलिए वही व्यक्ति सफल होता है जो किसी भी स्थिति में अपना धैर्य और संयम नहीं खोता है. चाणक्य का मानना है कि संकट के समय धन ही सच्चे मित्र की भूमिका निभाता है. इसलिए व्यक्ति को धन की अहमियत को समझना चाहिए और इसके संचय यानि बचत को लेकर प्रयाय करते रहने चाहिए.


Chanakya Niti: ऐसे लोगों से सदैव ही रहना चाहिए सावधान, जीवन में कभी भी दे सकते हैं धोखा


व्यक्ति को फिजूलखर्ची नहीं करनी चाहिए
व्यक्ति को धन के मामले में बहुत ही सर्तक होना चाहिए. धन को एक साधन के रूप में प्रयोग करना चाहिए. साधन व्यक्ति को बेहतर बनता है. इसलिए इसका प्रयोग बहुत ही सोच समझकर करना चाहिए. अनावश्यक धन खर्च नहीं करना चाहिए. जब जरूरत हो तभी इसका उपयोग करना चाहिए.


धन का संचय करना चाहिए
धन की बचत करनी चाहिए. व्यक्ति को सदैव धन संचय के बारे में विचार करना चाहिए. जो व्यक्ति धन का संचय करता है बुरा समय उसका कुछ बिगाड़ नहीं पाता है. खराब समय में धन ही सच्चे मित्र की भूमिका निभाता है. इस लिए भविष्य के लिए धन का संचय बहुत ही जरुरी है.


धन का दिखावा नहीं करना चाहिए
व्यक्ति को धन का दिखावा नहीं करना चाहिए. व्यक्ति को अपनी जरुरत के मुताबिक ही धन का उपयोग करना चाहिए. धन का प्रयोग कभी भी दूसरों को दिखाने और सामने वाले को नीचा दिखाने के लिए नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से लक्ष्मी जी नाराज होती हैं और संकट के समय साथ छोड़कर चली जाती हैं.


Chanakya Niti: अगर आप में हैं ये गुण तो सफल होने से कोई नही रोक सकता है