Chanakya Niti: जिस व्यक्ति में होते हैं ये गुण उसके पास नहीं रहती धन और ज्ञान की कमी
प्रसन्नता जीवन में सफलता का पहला मंत्र है. यकीन न हो तो अपने आसपास नजर घुमाकर देखें. आप जिन्हें सफल मानते हैं उन्हें ध्यान से देखें तो पाएंगे कि ये लोग कितने प्रसन्नचित रहते हैं. हमेशा मुस्कराते रहते हैं. दरअसल यही सफलता का राज है.
Chanakya Niti In Hindi: आचार्य चाणक्य ने मनुष्य की सफलता और असफलता के बारे में बहुत ही गहराई से वर्णन किया है. उन्होंने अपनी चाणक्य नीति में सफल व्यक्ति की कुछ विशेष पहचान बताई हैं. चाणक्य के अनुसार जिन लोगों में ये आदतें या स्वभाव पाया जाता है वे जीवन में सफल ही नहीं होते बल्कि सुखी भी होते हैं.
सफल कौन है इस प्रश्न पर चाणक्य की चाणक्य नीति कहती है कि सफल वही है जो बिना तनाव और दबाव के अपने कार्य और दी गई जिम्मेदारियों को पूर्ण करने में सक्षम है. अब प्रश्न उठता है कि ये संभव कैसे है. इस पर चाणक्य की इन बातों को जीवन में अपनाना चाहिए. चाणक्य के अनुसार जिस व्यक्ति में यह खूबी पाई जाती है वह मनुष्य सफलता का आनंद उठाता है और दूसरों का सहारा भी बनता है.
प्रसन्नता: चाणक्य के अनुसार ये ऐसा गुण है जिसके बल पर व्यक्ति बड़े से बड़ा लक्ष्य आसानी से प्राप्त कर लेता है. प्रसन्न व्यक्ति ही अपने काम को बेहतर ढंग से करने में सक्षम होते हैं.
गंभीरता: जो व्यक्ति अपने कार्य को पूरी गंभीरता से पूरा करता है. वह कभी भी असफल नहीं होता है. ऐसे लोग सम्मान और उच्चपद प्राप्त करते हैं.
विनम्रता: ये मनुष्य का एक ऐसा गुण है जिसके प्रकाश से उसका जीवन नित प्रतिदिन निखरता रहता है. चाणक्य के अनुसार व्यक्ति के स्वभाव में विनम्रता होनी चाहिए. जिसमें विनम्रता होती है वह बड़ी जिम्मेदारियों को निभाता है. ऐसे लोग शासन करते हैं या फिर उसमें सहयोग प्रदान करते हैं.
सरलता: जीवन उतना ही सुखी और आनंद से पूर्ण होगा जितना व्यक्ति सरल होगा. सहज और सरल व्यक्ति ही बड़े काम करने में सफल होता है. दिखावे दूर और हर समय किसी भी कार्य को पूरा करने के लिए जो तैयार रहता है उसके पा लक्ष्मी और सरस्वती दोनों वास होता है.
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार मंजिल तभी मिलती है जब आप में हो ये बात