Chanakya Niti: दूसरों की भलाई का गलत फायदा उठाने वाले होते हैं धूर्त और कुटिल
चाणक्य नीति जीवन में आने वाली हर अच्छी बुरी स्थितियों से निपटने की युक्ति उपलब्ध कराती है. यही वजह है कि आज भी चाणक्य नीति लोकप्रिय है. करोडों लोग चाणक्य नीति की शिक्षाओं को अपनाकर जीवन को खुशहाल रखने का प्रयास करते हैं.
Chanakya Niti : चाणक्य नीति व्यक्ति को जीने की कला सिखाती है. चाणक्य की शिक्षाएं चाणक्य नीति में मिलती हैं. चाणक्य विख्यात तक्षशिला विश्वविद्यालय के आचार्य थे. शिक्षक के रूप में उनकी ख्याति पूरी दुनिया में थी. वे योग्य शिक्षक होने के साथ साथ एक कुशल अर्थशास्त्री भी थे. चाणक्य को कौटिल्य और विष्णु गुप्त के नाम से भी जानते हैं. आइए जानते हैं आज की चाणक्य नीति....
किसी की भलाई का नहीं उठाना चाहिए गलत फायदा
चाणक्य नीति के अनुसार जो लोग दूसरे की भलाई का फायदा उठाते हैं वे निंदा के भागी होते हैं. भला व्यक्ति अगर किसी पर भरोसा कर रहा है. उसे अपनी बात बता रहा है. तो इसे गलत नहीं समझना चाहिए. ये इंसानियत के दायरे में आता है. ऐसे व्यक्तिओं का हृदय कोमल होता है. अगर इनकी इस आदत का कोई गलत ढंग से इस्तेमाल करता है. उसे मूर्ख समझता है. या फिर अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए उसकी भलाई का दुरूपयोग करता है तो ऐसा व्यक्ति कुटिल कहलाता है. ऐसे व्यक्ति की जब समाज में पोल खुलती है तो उसे शर्मिंदा होना पड़ता है. ऐसे लोग लज्जित होते हैं. दूसरों की भलाई का फायदा जो उठाता है वह अच्छा व्यक्ति नहीं होता है. ऐसे लोगों से सदा ही होशियार रहने की जरूरत है. ऐसे लोगों से बचने की जरूरत है.
खुद को अच्छा दिखाने के लिए दूसरों को नीचा नहीं दिखाना चाहिए
कुछ लोगों में आदत होती है कि वे खुद को अच्छा साबित करने के लिए दूसरे व्यक्ति को नीचा दिखाने की कोशिश में लगे रहते हैं. किसी दूसरे की बुराई करके कोई खुद अच्छा नहीं बन सकता है. जो लोग ऐसा सोचते हैं वे अपने आप को धोखे में रखते हैं. ऐसे लोगोें में प्रतिभा की कमी होती है. उनमें क्षमता नहीं होती है इसीलिए वे दूसरे की बुराई करके खुद को अच्छा साबित करने का प्रयास करते हैं. लेकिन जो व्यक्ति होशियार होता है वह सब जानता है. जो दूसरों की बुराई करके अपनी तारीफ कराने की चेष्टा करे वह विश्वास का पात्र नहीं हो सकता है. ऐसे लोगों की संगत से भी बचना चाहिए. ये मुसीबत में भी डाल सकते हैं.
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