Chanakya Niti : चाणक्य नीति की शिक्षाएं जीवन के हर मोड़ पर काम आती हैं. चाणक्य नीति का जो व्यक्ति अध्ययन करता है और इन नीतियों को जीवन में उतारने का प्रयास करता है, उस व्यक्ति को कभी भी मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता है. चाणक्य एक योग्य शिक्षक होने के साथ साथ कुशल अर्थशास्त्री और सलाहकार थे. वे एक प्रकांड विद्वान भी थे. उनकी शिक्षाएं चाणक्य नीति में निहित हैं. आज की चाणक्य नीति-


प्रेम जल की तरह निर्मल होना चाहिए


चाणक्य के अनुसार जिसने प्रेम करना सीख लिया समझो उसने ईश्वर को समझ लिया. प्रेम करने वाले कभी किसी से नफरत नहीं करते हैं. ऐसे लोग हिंसा के बारे में सोचते भी नहीं है. सच्चा प्रेम व्यक्ति को महान बनाता है. प्रेम किसी से भी हो सकता है. प्रेम ही एक ऐसी अनुभूति है जो सजीव और निर्जीव किसी से भी हो सकती है. प्रेम को महसूस किया जाता है. जिस प्रकार वायू को देख नहीं सकते हैं सिर्फ महसूस करते हैं उसी प्रकार प्रेम की सिर्फ अनुभूति होती है. जब व्यक्ति को सच्चा प्रेम हो जाता है तो वह ईश्वर के करीब होता है. प्रेम करने वाले हमेशा सकारात्मक ऊर्जा से भरे होते हैं ऐसे व्यक्ति किसी भी कार्य को दूसरों लोगों की तुलना में बेहतर ढंग से संपादित करते हैं. ऐसे लोग सदैव ही सम्मान पाते हैं.


सृष्टि की सुदंरता प्रेम से है, प्रेम की शक्ति पहचानो


चाणक्य कहते हैं कि जब धरती पर हिंसा बढ़ जाती है. लोगों में असंतोष के भाव पनपने लगते हैं और व्यक्ति अपने आप को किसी निष्कर्ष पर नहीं पाता है तो प्रेम ही वो शक्ति है जो व्यक्ति को सही और उत्तम मार्ग की ओर ले जाती है. प्रेम करने वाले ही इस सृष्टि को सुंदर बनाने में योगदान देते हैं. प्रेम की शक्ति से हर प्रकार के भेदभाव मिट जाते हैं. जब व्यक्ति में प्रेम का भाव प्रकट होता है तो वह हर प्रकार के अपराध से मुक्त हो जाता है. वह जागरुक बन जाता है. राज्य के विकास के लिए लोगों का जागरुक होना उतना ही आवश्यक है जितना प्रकाश के लिए सूर्य का निकलना.