नई दिल्ली: बस कुछ देर और. इंतजार की घड़ियां खत्म होने वाली हैं. रात ठीक 10 बजकर 37 मिनट पर चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. भारत से लेकर अमेरिका  और यूरोप से लेकर आस्ट्रेलिया तक इस चंद्र ग्रहण को देखा जाएगा. इस ग्रहण को लेकर इस बार कई अलग अलग मत सामने आए. कुछ का मानना था कि इस ग्रहण का प्रभाव पड़ेगा वहीं कुछ का मत है कि इस ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. सभी के ग्रहण के प्रभावों को लेकर अपने अपने मत हैं.


प्रमाणिक पंचागों के मुताबिक इस ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं बताया जा रहा है. इसलिए घबराने और भ्रम में रहने की कोई जरूरत नहीं है. विद्धानों का कहना है कि भारतीय समयानुसार वैसे भी यह रात्रि में लग रहा है जब अधिकतर लोग सो जाते हैं या फिर अपने घरों में होते हैं. ऐसे में इसके प्रभाव से लोग बचे रहेंगे. वहीं ये भी कहा जा रहा है कि इस बार लगने वाला चंद्र ग्रहण मांद्य चंद्र ग्रहण है. मांद्य का अर्थ होता है धीमा ऐसे में ग्रहण का प्रभाव बहुत मामूली है.

चंद्र ग्रहण आज रात 10 बजकर 37 मिनट पर लगेगा और 11 जनवरी को रात 2 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगा. हिंदू धर्म में ग्रहण को एक अशुभ घटना से जोड़कर देखा जाता है. इसलिए जब ग्रहण की स्थिति बनती है तो कई तरह के उपाय किए जाते हैं. धार्मिक अनुष्ठान और पूजा पाठ से जुड़े कार्य भी नहीं किए जाते हैं. आज लगने जा रहे चंद्र ग्रहण को लेकर इन मान्यताओं को किस हद तक माना जाना चाहिए यह बड़ा सवाल है.

आज के चंद्र ग्रहण को लेकर कई विद्धानों का मत है कि 10 जनवरी को लगने जा रहे है ग्रहण को लेकर पूजा पाठ इत्यादि कार्यों को नियमित दिनों की तरह ही कर सकते हैं. जो लोग प्रतिदिन पूजा करते हैं तो वे ग्रहण के चलते पूजा आदि कार्यों को बंद न करें. चूंकि इस ग्रहण पर कोई सूतक काल नहीं लग रहा है तो पूजा पाठ कर सकते हैं वहीं शाम को मंदिरों की आरती भी ले सकते हैं. ग्रहण से पूर्व भोजन भी कर सकते हैं. लेकिन ग्रहण के दौरान भोजन न करें तो बेहतर होगा. इसके बाद भी भोजन करना ठीक नहीं है.

फिर भी अगर किसी को ग्रहण को लेकर कोई शंका है तो वह घर पर गायत्री मंत्रों का जप कर सकता है. वहीं शिव मंदिर में जाकर जल आदि चढ़ा सकते हैं. लेकिन अधिक चिंता न करें. यह ग्रहण अधिक प्रभावी नहीं है.

चंद्र ग्रहण की खास बातें एक नज़र में  -

चंद्र ग्रहण की तारीख: 10 जनवरी
दिन: शुक्रवार
ग्रहण समय: रात 10:37  से 11 जनवरी को रात 2: 42 मिनट तक

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चंद्र ग्रहण के दौरान महिलाओं और बच्चों को बरतनी चाहिए सावधानी

आज लग रहे चंद्र ग्रहण का भले ही असर न हो लेकिन ग्रहण के दौरान किए जाने वाले उपायों को अनदेखा न करें. खास तौर पर महिलाएं और बच्चों के लिए इस ग्रहण पर विशेष सावधानी बरतनी की जरूरत है.

ग्रहण कैसा भी हो. उसका सबसे अधिक असर महिलाओं पर ही देखने को मिलता है. पुरानी मान्यताओं की बात करें तो महिलाओं को ग्रहण के दिन विशेष सावधानी बरतने के लिए कहा जाता था. इसके कारण यही था कि महिलाओं पर ग्रहण का किसी तरह का कोई प्रभाव न पड़े.

ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए. क्योंकि ग्रहण के दौरान निकलने वाली नकारात्मक ऊर्जा पेट में भोजन को दूषित कर देती है जिससे भोजन पेट में जहर बनने लगता है. ग्रहण के बाद स्नान के लिए भी कहा जाता है. इसके पीछे भी यही कारण है कि ग्रहण के दौरान जो लोग घर के बाहर रहते हैं उन पर ग्रहण के दौरान निकलने वाली ऊर्जा का प्रभाव आ जाता है. जिससे कई तरह के चर्म रोग यानि स्कीन संबंधी रोग होने की संभावना रहती है. इसीलिए विद्धान ग्रहण के बाद स्नान करने की सलाह देते हैं. ग्रहण के दौरान मुंह में तुलसी के पत्ते रखने या चबाने से लाभ मिलता है. ग्रहण के दुष्प्रभाव नहीं पड़ते हैं.

वहीं छोटे बच्चों को ग्रहण से दूर रखना चाहिए. आज रात 10 बजकर 37 मिनट पर चंद्र ग्रहण लगेगा. ग्रहण के दौरान खुले आसमान के नीचे नहीं घूमना चाहिए. इससे बचने की जरूरत है. यह ग्रहण 11 जनवरी की रात 2 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगा. पिछले 10 साल में इस तरह का यह छठवां चंद्र ग्रहण है.

संभव हो तो बच्चों को ग्रहण से पूर्व ही भोजन करा दें. ग्रहण लगने के दौरान और बाद में किसी तरह का भोजन न दें. बहुत जरूरी हो तो तरल पदार्थ के रूप में दें. छोटे बच्चों और बुजुर्गों पर यह बात लागू नहीं होती है. लेकिन इतना ध्यान रहे कि खुले आसमान के नीचे ग्रहण के दौरान कोई भी खाद्य पदार्थ न खाएं. चंद्र ग्रहण के प्रभावों को दूर करने के लिए भगवान शिव की पूजा करें और गायत्री मंत्रों को जाप करें.