Chandra Grahan 2023: चंद्र ग्रहण से होता है शरीर के इन हिस्सों को नुकसान, बरतें ये सावधानियां
Chandra Grahan 2023: 05 मई को रात 08.44 पर चंद्र ग्रहण शुरू हो जाएगा. जानते हैं चंद्र ग्रहण से शरीर के किस हिस्से पर असर पड़ता है और इस दौरान क्या सावधानी बरतें.
Chandra Grahan 2023: 05 मई को रात 08.44 पर चंद्र ग्रहण शुरू हो जाएगा. धर्म ग्रंथों में चंद्र ग्रहण को अशुभ माना गया है. ग्रहण हमारे जीवन को प्रभावित करता है. यही वजह है कि चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक काल आरंभ हो जाता है. सूतक से लेकर चंद्र ग्रहण के खत्म होने तक धार्मिक और सामाजिक कार्य करने की मनाही होती है.
कहते हैं चंद्र ग्रहण में कुछ खास नियमों का पालन किया जाए तो इसका बुरा असर हमारे शरीर पर पड़ता है. आइए जानते हैं चंद्र ग्रहण से शरीर के किस हिस्से पर असर पड़ता है और इस दौरान क्या सावधानी बरतें.
चंद्र ग्रहण शरीर के इन हिस्सों पर डालता है असर (Chandra Grahan Effect on Body)
आंख -चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा की किरणें अशुद्ध हो जाती है. इस दौरान चंद्रमा देखने पर आंखो को नुकसान पहुंचता है. यही वजह है कि ग्रहण को नंगी या खुली आंखों से न देखने की सलाह दी जाती है. कई बार तो इससे अंधापन भी हो जाता है.
गर्भ - चंद्र ग्रहण का सबसे ज्यादा असर प्रेग्नेंट महिलाओं के गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है. चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा दूषित हो जाता है जिसका असर बच्चे के मानसिक विकास पर पड़ता है.ग्रहण के दौरान निकलने वाली पैराबैंगनी किरणे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह होती है इसलिए गर्भवती महिलाओं को भूलकर भी चंद्र ग्रहण नहीं देखना चाहिए और घर के बाहर भी नहीं निकला चाहिए.
पेट - कहते हैं कि चंद्र ग्रहण के सूतक काल से ग्रहण मोक्ष तक खाना बनाने और खाने की मनाही होती है, क्योंकि इस चंद्र ग्रहण से उत्पन्न होने वाली हानिकारण किरणें भोजन और पानी को दूषित कर देती है जिससे खाना अशुद्ध हो जाता है. इसे खाने से पाचन क्रिया प्रभावित होती है. पेट संबंधी परेशानियां शुरू हो जाती है.
चंद्र ग्रहण में बरतें ये सावधानी (Chandra Grahan Rules)
- गर्भवती महिलाएं इस दौरान गलती से भी चंद्र दर्शन न करें. ग्रहण काल में सोना भी वर्जित है लेकिन आप चाहें तो लेट सकती हैं. भोजन-पानी ग्रहण करने से पहले उसमें तुलसी डाल लें.
- चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद दूध, दही, चावल, दूध, सफेद वस्त्र, सफेद मिठाई, आदि चीजों का दान करें. इससे ग्रहण दोष समाप्त हो जाता है.
- चंद्र ग्रहण के दौरान शिव चालीसा या हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. इससे ग्रहण का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है.
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