Chandra Grahan 2023 Live Highlights: चांद को लगा ग्रहण, साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण शुरू
Chandra Grahan 2023 Live Highlights: 28-29 अक्टूबर की मध्य रात्रि को साल का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण लग चुका है. आज शरद पूर्णिमा भी है. जानें इस ग्रहण को कैसे देखा जा सकता है.
साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण शुरू हो चुका है. ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक लग चुका है. पंचांग के अनुसार 11 बजकर 31 मिनट से चंद्र ग्रहण आरंभ हो चुका है जो 29 अक्टूबर 2023 को प्रात: 2 बजकर 24 मिनट तक रहे है. इस दौरान धारदार चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए, ग्रहण के दौरान भगवान का स्मरण करना चाहिए.
पंचांग के अनुसार आज 28 अक्टूबर को आश्विन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर अश्विनी नक्षत्र और मेष राशि में इस साल का लास्ट खंडग्रास चंद्र ग्रहण लग रहा है. जिसमें कुछ घंटे ही शेष रह गए हैं.
यह चंद्र ग्रहण दिल्ली, यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार सहिस सभी राज्यों में देखा जा सकेगा. पंचांग के मुताबिर चंद्र ग्रहण देर रात 01:05 बजे से शुरू होगा और देर रात 02:24 बजे खत्म होगा. चंद्र ग्रहण का मध्यकाल रात्रि 01:45 बजे रहेगा. चंद्र ग्रहण का समय काल लगभग एक 1 घंटा 19 मिनट तक रहेगा. बिहार में चंद्र ग्रहण का समय 01:05 बजे से शुरू होगा और देर रात 02:24 बजे तक रहेगा.
चंद्र ग्रहण लगने में कुछ घंटे ही शेष रह गए हैं. आपके शहर में साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण कब लगेगा, आइए जानते हैं-
दिल्ली | रात 01.06 | 02.24 बजे तक |
नोएडा | रात 01.06 | 02.24 बजे तक |
कानपुर | रात 01.06 | 02.24 बजे तक |
गुजरात | रात 01.06 | 02.24 बजे तक |
लखनऊ | रात 01.06 | 02.24 बजे तक |
मुंबई | रात 01.06 | 02.24 बजे तक |
नैनीताल | रात 01.06 | 02.24 बजे तक |
देहरादून | रात 01.06 | 02.24 बजे तक |
जयपुर | रात 01.06 | 02.24 बजे तक |
भोपाल | रात 01.06 | 02.24 बजे तक |
आगरा | रात 01.06 | 02.24 बजे तक |
चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2023) लगने में अब महज कुछ ही घंटे शेष रह गए हैं, पंचांग अनुसार 28-29 अक्टूबर की की रात 01:05 बजे से शुरू होगा. चंद्र ग्रहण प्रात: 02:24 बजे तक रहेगा. चंद्र ग्रहण का सूतक काल आरंभ हो चुका है, देश के प्रसिद्ध मंदिरों के कपाट बंद हो चुके हैं. आज लगने वाले चंद्र ग्रहण को लाइव देखना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें-
Chandra Grahan 2023 Live Streaming: चंद्र ग्रहण आज, जानें भारत में कब और कहां देख सकते हैं लाइव
Chandra Grahan 2023: आज लगने वाले चंद्र ग्रहण का प्रभाव पूरी दुनिया पर होगा. एस्ट्रोलॉजर रुचि शर्मा की माने तो ये ग्रहण मानसिक तनाव बढ़ाने और एक दूसरे के प्रति वैमनस्य की भावना बढ़ा सकता है.
ये ग्रहण युद्ध जैसी स्थितियों का निर्माण भी करा सकता है. दुनिया विश्व युद्ध के मुहाने पर खड़ी नजर आएगी. इसके साथ ही किसी संक्रामक रोग के फैलने की संभावना भी रहेगी. देश के अंदर आंतरिक संघर्ष बढ़ सकते हैं. चीन जैसे देशों को संभालने के लिए भारत को तैयारी करनी होगी. संपूर्ण जानकारी के लिए यहां करें क्लिक--
Chandra Grahan 2023: देश-दुनिया पर क्या होगा असर, जानें किन राशियों पर पड़ेगी ग्रहण की काली छाया
28 अक्टूबर 2023 यानि आज लगने वाले चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2023) का सुतक काल (Sutak Kaal) शुरू हो चुका है. ये कब समाप्त होगा और इसका क्या सही समय है यहां देखें-
37 साल बाद शरद पूर्णिमा पर ग्रहण लग रहा है. साल का ये आखिरी चंद्र ग्रहण है. ये भारत में देखा जा सकेगा. रात में ग्रहण लगेगा. ग्रहण में शुभ कार्य नहीं किए जाते है. गर्भवती महिलाओं को इस ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. ग्रहण का सूतक काल 4 बजकर 5 मिनट से शुरू हो चुका है.
भोजन को लेकर शास्त्रों में विशेष दिशा निर्देश दिए गए हैं. मान्यता है कि ग्रहण आरंभ होने के बाद भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए. इसके पीछे वैज्ञानिक मत भी है कि ग्रहण के दौरान ऐसी ऊर्जा निकलती हैं जो शरीर को भी प्रभावित कर सकती हैं. इसलिए भोजन करने के ठीक नहीं माना गया है.
चंद्र ग्रहण 2023 का सूतक काल शुरू हो चुका है. सूतक आरंभ होते ही देश के सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं. सूतक काल का प्रभाव 9 घंटे तक रहेगा. ग्रहण के मोक्ष के बाद मंदिरों में पूजा की जाएगी.
चंद्र ग्रहण का सूतक काल आरंभ हो चुका है. 28 अक्टूबर 2023 को साल की सबसे बड़ी खगोलीय घटना घटित हो रही है. इस ग्रहण से जुड़ी विशेष बातों को समझने के लिए आइए यहां देखते हैं ये विशेष सारणी (Chart)-
चंद्र ग्रहण आज रात लगभग 11:31 बजे शुरू होगा और रविवार तक रहेगा. ये साल का आखिरी चंद्र ग्रहण है. ये ग्रहण विशेष माना जा रहा है.
चंद्र ग्रहण आज लग रहा है, चंद्र ग्रहण में सूतक काल का विशेष महत्व है, जो शाम 4 बजकर 5 मिनट से शुरू हो चुका. सूतक काल में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. सूतक काल में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.
चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी देवी-देवता की मूर्ति का स्पर्श नहीं करना चाहिए, इस दौरान को मंदिर को किसी स्वच्छ कपड़े से ढक कर रख दें.
आज 28 अक्टूबर के दिन लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में भी देखा जा सकेगा. भारत के अलावा यह चंद्र ग्रहण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, हिंद महासागर, प्रशांत महासागर एवं अन्य जगहों पर भी दिखाई देगा.
भारत में चंद्र ग्रहण दिल्ली, गुवाहटी, जयपुर, जम्मू, कोल्हापुर, कोलकाता और लखनऊ, मदुरै, मुंबई, नागपुर, पटना, रायपुर, राजकोट, रांची, शिमला, सिल्चर, उदयपुर, उज्जैन, बडौदरा, वाराणसी, प्रयागराज, चेन्नई, हरिद्वार, द्वारका, मथुरा, हिसार, बरेली, कानपुर, आगरा, रेवाड़ी,अजमेर, अहमदाबाद, अमृतसर, बेंगलुरु भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, देहरादून, लुधियाना समेत कई शहरों में नजर आएगा.
चंद्र ग्रहण के दिन पूजा-पाठ और साधना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है और अच्छा भी माना जाता है. इस दिन भगवान की साधना करें, मंत्र जाप करें और कोशिश करें अपना ज्यादातर समय मौन रहकर निकाले, इसी में भलाई है.
चंद्रग्रहण के समय खाने में तुलसी के पत्ते जरुर डालें. ग्रहण के समय तुलसी के पत्ते खाने में डालने से खाना दूषित नहीं होता है. ग्रहण के समय नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. इसीलिए खाने में तुलसी के पत्ते जरुर डालें.
चंद्र ग्रहण के दौरान घर से बाहर जाना पड़ जाए तो जल्द ही वापस आ जाए, इस बात का विशेष ख्याल रखें कि ग्रहण के दिन किसी भी चौराहे को पार ना करें.
चंद्र ग्रहण से पहले जान लें जरुरी और अवश्य बातें-
चंद्र ग्रहण के दौरान घर से बाहर बिलकुल भी ना निकलें, अगर घर के बाहर अगर निकलना पड़ जाए तो सिर को ढक कर घर से बाहर जाए, ऐसा माना जाता है नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव ग्रहण के समय बहुत ज्यादा होता है.
चंद्र ग्रहण शुरू | 29 अक्टूबर 2023, देर रात 01.06 |
चंद्र ग्रहण समाप्त | 29 अक्टूबर 2023, देर रात 02.22 |
सूतक काल शुरू | 28 अक्टूबर, दोपहर 02.52 - 29 अक्टूबर, देर रात 02.22 |
खंडग्रास ग्रहण की अवधि | 1 घंटा 16 मिनट 16 सेकंड |
उपच्छाया की अवधि | 4 घंटे 23 मिनट |
चंद्र ग्रहण के समय नक्षत्र | अश्विनी नक्षत्र |
चंद्र ग्रहण किस राशि में लगेगा | मेष राशि |
चंद्र ग्रहण का सूतक काल दोपहर 02.52 से शुरू होने वाला है. ऐसे में उससे पहले खाने की चीजों में खासकर तरल पदार्थ में तुलसी या कुशा डालें. मंदिर के कपाट बंद कर दें. ग्रहण काल से पहले और ग्रहण के दौरान दीपदान करें. मुख्य द्वार पर दीपक लगाएं.
मेष राशि - 'ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं ॐ स्वाहा:'
वृषभ राशि - 'ॐ शीतांशु, विभांशु अमृतांशु नम:'
मिथुन राशि - 'ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः'
कर्क राशि - ‘ऊं नम: शिवाय’
सिंह राशि - 'ॐ सूर्याय नमः'
कन्या राशि - ‘ॐ ह्री बगलामुखी सर्व दुष्टानाम वाचं मुखम पदम् स्तम्भय।’
चंद्र ग्रहण की वजह से प्राकृतिक आपदाओं का ज्यादा प्रकोप देखने को मिलेगा. चीन, ईरान, ईराक, अफगानिस्तान आदि देशों में अशांति, भय व भूकंप आदि की घटनाएं अधिक होने का भी अंदेशा रहेगा. रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. लोहा, क्रूड आयल और लाल रंग की वस्तुओं में तेजी आ सकती है. बीमारियों में कमी आएगी.
ये चंद्र ग्रहण अश्विनी नक्षत्र और मेष राशि में लग रहा है अश्विनी नक्षत्र और मेष राशि में जन्मे व्यक्तियों के लिए विशेष अशुभ फलदाता और दुर्घटना का भय रहेगा. वाहन का इस्तेमाल संभलकर करें आपको चोट आदि लगने की संभावना है. ग्रहण के अशुभ प्रभाव से शत्रु प्रबल होंगे, ऐसे में विरोधियों से बचकर रहें.
शरद पूर्णिमा पर खीर बनाने का महत्व है लेकिन चंद्र ग्रहण के सूतक से ग्रहण समापन तक न खीर बनानी चाहिए और न ही चाँदनी में रखनी चाहिए. ऐसे में आप सूतक काल शुरू होने के पहले खीर बनाने के लिए गाय के दूध में कुशा या तुलसी का पत्ता डाल दें. फिर उसे ढककर रख दें. इससे दूध शुद्ध रहेगा. ग्रहण खत्म होने के बाद इसकी खीर बनाकर भोग लगाएं और फिर चांदनी में भी इसे रख सकते हैं.
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आंशिक चंद्र ग्रहण होगा जो भारत के सभी राज्यों में दिखाई देगा. आंशिक चंद्र ग्रहण में सूतक काल भी मान्य होता है इसलिए ग्रहण से 9 घंटे पहले यानि आज 28 अक्टूबर 2023 को दोपहर 02.52 पर सूतक काल शुरू हो जाएगा. इसके बाद ग्रहण मोक्ष तक सभी धार्मिक और सामाजिक कार्य करना वर्जित होता है.
आज मध्य रात्रि को शुरू होने वाला चंद्र ग्रहण मेष राशि में लगेगा. इस राशि में लगने की वजह से मेष राशि के जातकों को ग्रहण के अशुभ परिणाम झेलने पड़ सकते हैं. इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव मेष राशि के लोगों के मन और मस्तिष्क पर पड़ेगा. कुंडली में चंद्रमा की स्थिति कमजोर होने की वजह से इन राशि के लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.
चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है. जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है और चंद्रमा को अपनी छाया से ढक लेती है तब चंद्रमा का कुछ भाग लुप्त हो जाता है. यानी छाया के कारण चंद्रमा का यह भाग स्पष्ट दिखाई नहीं देता है, इसी खगोलीय घटना को ही चंद्र ग्रहण कहते हैं. चंद्र ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं- पूर्ण, आंशिक और उपच्छाया चंद्र ग्रहण.
चंद्र ग्रहण के दौरान गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए. वैभव लक्ष्मी के मंत्र 'ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः' का जाप 108 बार करने से भी मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. चंद्र ग्रहण के दौरान आप माता बगलामुखी के मंत्र 'ॐ ह्री बगलामुखी सर्व दुष्टानाम वाचं मुखम पदम् स्तम्भय' का जाप कर सकते हैं. चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्र देव के मंत्र 'ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नमः' का जाप करने से चंद्र दोष का प्रभाव कम होता है.
गर्भवती महिलाएं को ग्रहण काल में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. इनका पालन ना करने से ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव होने वाले बच्चे पर पड़ सकता है. माना जाता है कि गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा को नहीं देखना चाहिए. इस समय कैंची, चाकू जैसी किसी भी धारदार चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. गर्भवती महिलाओं को नुकीली चीजों से कोई वस्तु नहीं काटनी चाहिए. इस समय भूलकर भी बाहर नहीं जाना चाहिए.
माना जाता है कि ग्रहण के समय नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव ज्यादा बढ़ जाता है, इसलिए इस दौरान कई तरह की सावधानियां रखनी चाहिए. ग्रहण काल में किए गए कार्यों का शुभ फल प्राप्त नहीं होता है. ग्रहण काल में भगवान की मूर्ति स्पर्श नहीं करनी चाहिए. इस दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. ग्रहण काल में कुछ भी खाना-पीना नहीं चाहिए. इस समय ईश्वर की आराधना करनी चाहिए.
आज लगने वाला यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा, इसलिए यहां इसका सूतक काल भी माना जाएगा. चंद्र ग्रहण का सूतक काल 09 घंटे पहले लग जाता है. सूतक काल 28 अक्टूबर यानी आज शाम 4 बजे से लग जाएगा. सूतक काल के दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं और पूजा-पाठ भी नहीं किया जाता है.
आज लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में भी स्पष्ट रूप से दिखाई देगा. इसके अलावा यह ग्रहण को नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भूटान, इंडोनेशिया, फ्रांस, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, हिंद महासागर, प्रशांत महासागर में भी दिखाई देगा.
आज देर रात चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. यह साल 2023 का अंतिम चंद्र ग्रहण होगा. यह ग्रहण 28-29 अक्टूबर की मध्यरात्रि 01:05 बजे से शुरू होगा और 02:24 पर खत्म होगा. आज लगने वाला ग्रहण आंशिक चंद्र ग्रहण होगा.
बैकग्राउंड
Chandra Grahan 2023 Live Highlights: विज्ञान में चंद्र ग्रहण को खगोलीय घटना माना जाता है लेकिन धार्मिक दृष्टिकोण से इसे बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. आज देर रात साल 2023 का अंतिम चंद्र ग्रहण लग चुका है. यह ग्रहण 28-29 अक्टूबर की मध्यरात्रि 01:05 बजे से शुरू होकर 02:24 बजे तक था. आज शरद पूर्णिमा भी है, जिसकी वजह से इस ग्रहण का महत्व और बढ़ गया है. साल का अंतिम चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा. यह चंद्र ग्रहण मेष राशि में लगेगा.
इन जगहों पर दिखेगा चंद्र ग्रहण
आज का चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा. इसके अलावा यह चंद्र ग्रहण नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भूटान, इंडोनेशिया, फ्रांस, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, हिंद महासागर, प्रशांत महासागर पर भी देखा जा सकेगा. भारत के दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद, सूरत, जयपुर, कानपुर, लखनऊ, नागपुर, कोयंबटूर, नासिक, रायपुर, भोपाल, जोधपुर, प्रयागराज, देहरादून और पटना जैसे शहरों में यह ग्रहण स्पष्ट रूप से दिखाई देगा.
चंद्र ग्रहण कैसे लगता है
चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना है जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है और चंद्रमा को अपनी छाया से ढक लेती है तब चंद्रमा का कुछ भाग लुप्त हो जाता है. यानी छाया के कारण चंद्रमा का यह भाग स्पष्ट दिखाई नहीं देता है, इसी खगोलीय घटना को ही चंद्र ग्रहण कहते हैं. चंद्र ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं- पूर्ण, आंशिक और उपच्छाया चंद्र ग्रहण. आज लगने वाला ग्रहण आंशिक चंद्र ग्रहण है.
चंद्र ग्रहण का सूतक काल
आज लगने वाला यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा होगा. भारत में दिखाई देने की वजह से यहां इसका सूतक काल भी माना जाएगा. चंद्र ग्रहण का सूतक काल 09 घंटे पहले लग जाता है. सूतक काल 28 अक्टूबर की शाम से 4 बजे से लग जाएगा और ग्रहण खत्म होने के बाद ही यह समाप्त होगा. सूतक काल के दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं और पूजा-पाठ भी नहीं किया जाता है.
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