Chandra Grahan 2025 Live: चंद्र ग्रहण आज, भारत में दिखाई देगा? सूतक काल समय सब यहां जानें
Chandra Grahan 2025 Live: होली वाले दिन चंद्र ग्रहण लगने वाला है. ग्रहण को अशुभ माना जाता है. चंद्र ग्रहण का सूतक काल कब शुरू होगा, क्या ये भारत में दिखाई देगा या नहीं, क्या सावधानी बरते यहां जानें.
चंद्र ग्रहण शुरू हो चुका है. ग्रहण की अशुभता से बचने के लिए ग्रहण के दौरान भगवान शिव और चंद्र देव के मंत्रों का जाप करें.
चंद्र ग्रहण की समाप्ति दोपहर 2:18 पर होगी. ग्रहण खत्म होने के बाद तुरंत स्नान करें और घर पर गंगाजल छिड़के. इसके बाद कुछ चीजों का दान जरूर करें.
आज होली के दिन चंद्र ग्रहण सुबह 10:39 पर लग जाएगा और दोपहर 2:18 पर समाप्त हो जाएगा.
चंद्र ग्रहण के बाद अन्न, धन, चावल, कपड़े आदि ब्राह्मण को दान देना चाहिए, इससे ग्रहण के अशुभ प्रभाव में कमी आती है. केतु राह में रोड़ा नहीं डालता, ऐसी मान्यता है. साथ ही ग्रहण काल के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें इससे ग्रहण के प्रभाव का असर नहीं होता.
जब राहु या केतू की युति चंद्र के साथ होती है तो चंद्र ग्रहण दोष शुरू हो जाता है. चंद्रमा की किरणे दूषित हो जाती है. राहु-केतु के दुष्प्रभाव तेज हो जाते हैं. नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय होने लगती है. यही वजह है चंद्र ग्रहण के दौरान घर में रहने की सलाह दी जाती है, पूजा नहीं करते.
जब सूर्य की रोशनी पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरती है, तो नीली रोशनी ज्यादा बिखर जाती है और लाल रोशनी आसानी से आगे बढ़ती है. यही लाल रंग चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा तक पहुंचता है और उसे लाल-गुलाबी रंग में बदल जा सकता है. इसे ब्लड मून कहा जा रहा है. दूरबीन या टेलीस्कोप से इसे देखा जा सकता है.
साल का पहला चंद्र ग्रहण वृषभ, कर्क और वृश्चिक राशि वालों के लिए बेहद शुभ माना जा रहा है.
वृषभ राशि वाले जो रोजागार के अवसर तलाश रहें हैं उन्हें सफलता मिलेगी. अटके कार्य पूरे होंगे.
कर्क राशि वालों के काम की तारीफ होगी, पद के साथ पैसा बढ़ने के योग हैं. विदेश यात्रा पर भी जा सकते हैं.
वृश्चिक राशि को संपत्ति में लाभ मिलेगा. कार्य प्रगति पर रहेगा. करियर के साथ कारोबार में रुका धन वापस मिलेगा.
साल का पहला चंद्र ग्रहण अटलांटिक, आर्कटिक महासागर, साउथ अमेरिका ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, वेस्टर्न अफ्रीका, प्रशांत महासागर, नॉर्थ अमेरिका में नजर आएगा.
होली के दिन लगने वाला चंद्र ग्रहण कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में लगेगा. कन्या राशि में पहले से ही केतु विराजमान हैं, ऐसे में चंद्र-केतु की युति से ग्रहण योग बनेगा, जिसे अशुभ माना जाता है.
बैकग्राउंड
Chandra Grahan 2025 Live: इस साल का पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च 2025 को लग रहा है. इस दिन रंगों की होली खेली जाएगी, हालांकि चंद्र ग्रहण होली के रंग में भंग नहीं डालेगा क्योंकि ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. चंद्र ग्रहण को विज्ञान में खगोलिय घटना माना गया है तो वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्र ग्रहण तब लगता है जब राहु चंद्रमा को ग्रसता है. यह चंद्र ग्रहण सिंह राशि और उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र में लगने जा रहा है.
सूर्य की परिक्रमा के दौरान जब पृथ्वी, चांद और सूर्य के बीच में आ जाती है, तब चंद्रग्रहण लगता है. ये चंद्र ग्रहण बहुत ही खास माना जा रहा है क्योंकि चंद्र ग्रहण एक ब्लड मून (लाल चांद) के रूप में दिखाई देगा.
चंद्र ग्रहण कब लगेगा
होली पर लगने वाले चंद्र ग्रहण का समय भारत के समयानुसार 14 मार्च सुबह 9 बजकर 27 मिनट से दोपहर 12 बजकर 28 मिनट तक है.
चंद्र ग्रहण कब लगता है
चंद्र ग्रहण पूर्णिमा पर ही लगता है. पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा की एक विशेष स्थिति के कारण ग्रहण के योग बनते हैं. पृथ्वी अपने उपग्रह चंद्र के साथ सूर्य का चक्कर लगाती है. जब ये तीनों ग्रह एक सीधी लाइन में आ जाते हैं, चंद्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी आ जाती है, तब चंद्र ग्रहण लगता है. साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण ब्लड मून होगा, जिसमें चंद्रमा लाल या गुलाबी दिखाई देगा.
चंद्र ग्रहण का सूतक काल
चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले इसका सूतक काल शुरू हो जाता है. चंद्र ग्रहण के सूतक के समय में पूजा-पाठ नहीं किए जाते हैं, मंदिर बंद रहते हैं. ग्रहण खत्म होने के बाद सूतक खत्म होता है, फिर मंदिर को गंगाजल डालकर शुद्ध किया जाता है. फिर पूजा-पाठ आदि धर्म-कर्म किए जाते हैं, लेकिन साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.होली, पूजा पाठ आदि धार्मिक कार्य बिना किसी रुकावट के कर सकते हैं.
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