नई दिल्ली: थोड़ी देर बात चंद्र ग्रहण लगने वाला है. वैसे तो इस चंद्र ग्रहण का कोई विशेष प्रभाव नहीं माना जा रहा है. लेकिन फिर भी महिलाओं के लिए ग्रहण से पूर्व और ग्रहण के दौरान कुछ विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.


मान्यता है कि ग्रहण का असर महिलाओं पर जल्द ही होता है खासतौर पर गर्भवती महिलाओं पर. गर्भवती महिलाओं को ध्यान देने की जरूरत है. कुछ विशेष करने की आवश्यकता नहीं है लेकिन सर्तकता जरूरी है.


मान्यता है कि किसी भी तरह का ग्रहण हो वह गर्भवती महिलाओं के लिए शुभ नहीं होता है. इसकी छाया गर्भ में पल रहे शिशु पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं. ग्रहण के दौरान सूर्य और चंद्रमा की बहुत अधिक मात्रा में ऊर्जा का हृास होता है. तेज आंधियां चलती हैं. इस बार चंद्रमा पर भी ग्रहण के समय धुंध दिखाई देगी. ऊर्जा का हृास होने के कारण निगेटिव एनर्जी का असर मनुष्य पर भी पड़ता है. चूंकि चंद्रमा पृथ्वी का उपग्रह है इसलिए इसका प्रभाव उस तरह से नहीं होगा जिस तरह से सूर्य ग्रहण के दौरान होता है. इसलिए इससे अधिक घबराने की जरूरत नहीं है.


कई विद्धान ज्योतिषियों का मत है कि इस ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ेगा. कुछ लोग इसे मांद्य चंद्र ग्रहण भी कह रहे हैं. लेकिन गर्भवती महिलाओं को लेकर अधिकतर विद्धानों का मत है कि ग्रहण के दौरान ऐसी महिलाओं को सावधानी बरतने की जरूरत है.

गर्भवती महिलाओं के लिए 10 उपाय

-    ग्रहण के समय घर से बाहर न जाएं


-    चंद्रमा की सीधी छाया से बचें


-    चंद्रमा को ग्रहण के दौरान न देखें


-    भोजन में तुलसी के पत्तों का प्रयोग करें


-    नभि के पास चंदन का लेप लगाएं


-    गायत्री मंत्रो का जाप करें


-    धार्मिक पुस्तकों को पढ़ें


-    नॉनवेज का सेवन न करें


-    ग्रहण लगने के बाद भोजन न करें


-    तनाव से मुक्त रहने की कोशिश करें


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