नई दिल्ली: गायत्री मंत्र की महिमा से स्वामी विवेकानंद भी प्रभावित थे. उन्होंने इस मंत्र को सभी मंत्रों में श्रेष्ठ बताया था. कहा जाता है कि इस मंत्र में बहुत ताकत है. सही तरह से अगर इस मंत्र जाप किया जाए तो जीवन में आने वाली हर छोटी बड़ी परेशानियों को कम किया जा सकता है. छात्रों के लिए तो यह मंत्र बहुत ही लाभकारी माना गया है. आइए जानते हैं गायत्री मंत्र के बारे में ---


आधुनिक जीवन शैली में व्यक्ति कई तरह के तनावों से जुझता है. अंत में उसे रास्ते बंद नजर आने लगते हैं, यहीं व्यक्ति अपने आप को अकेला महसूस करने लगता है. जीवन में ऐसी स्थिति न बने इसके लिए गायत्री मंत्र का जाप बेहद कारगर साबित हो सकता है. जानकार मानते है कि गायत्री मंत्र वैज्ञानिक तर्कों पर भी खरा उतरा है. इसलिए इस मंत्र की चर्चा देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी होने लगी है. इस मंत्र में बीमारी को दूर करने की भी शक्ति है. वहीं जिन लोगों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उन लोगों के लिए भी यह मंत्र बड़ी राहत प्रदान कर सकता है. गायत्री मंत्र का जप करते समय आसन की मुद्रा में बैठना चाहिए.


गायत्री मंत्र


ॐ भूर्भव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्


गायत्री मंत्र की खास बातें

1-    गायत्री मंत्र  के बारे में चारों वेदों में बताया गया है.
2-    इस मंत्र के ऋषि विश्वामित्र हैं और देवता सविता है.
3-    इस मंत्र का जप करने से नकारात्मक शाक्तियों का असर खत्म हो जाता है.
4-    गायत्री मंत्र में 24 अक्षर हैं. जो शक्ति और सिद्धियों के प्रतीक माने जाते हैं.
5-    इस मंत्र को भैतिक युग में सभी प्रकार की मनोकामना को पूरा करने वाला माना गया है.
6-    गायत्री मंत्र का जाप करने से छात्रों की स्मरण शक्ति बढ़ती है.
7-    इस मंत्र के जरिए रोगों को भी दूर किया जा सकता है.
8-    मानसिक तनाव में इस मंत्र का जाप करने से तुरंत आराम मिलता है
9-    आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए भी इस मंत्र का जाप किया जा सकता है.
10-    घर का वातावरण अच्छा रहता है, विवाद और कलह कम होते हैं.