Kedarnath: केदारनाथ धाम की यात्रा का धार्मिक महत्व जानें
Kedarnath: केदारनाथ धाम चार धाम की यात्राओं में एक है. आज केंद्र सरकार ने केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब के लिए रोप वे प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है. इससे दर्शन करने वालों को आसानी होगी.

Kedarnath: केदारनाथ धाम की यात्रा हिंदू धर्म की चार प्रमुख यात्राओं में एक है. इस पूरी तीर्थ यात्रा को चारधाम यात्रा के रूप में जाना जाता है, जिसमें बाकि के तीन धाम जैसे- बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा है. यह सारे धाम गंगा नदी के किनारे बसे हैं. इसका सबसे लोकप्रिय रुट हरिद्वार से शुरू होता है और घूमकर वापस उसी जगह पर खत्म होता है. चार धाम की यात्रा में केदारनाथ धाम में भगवान शिव, बद्रीनाथ में भगवान विष्णु,गंगोत्री में मां गंगा और यमुनोत्री में माता यमुना की पूजा की जाती है. जो लोग केदारनाथ धाम की दर्शन करने की योजना बना रहे हैं उनके लिए एक अच्छी खबर आ रही है.
केंद्र सरकार ने केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब के लिए रोप वे प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है. इससे दर्शन करने में काफी आसानी होगी. सरकार के इस कदम से भक्तों में हर्ष की लहर है. वहीं सरकार के इस निर्णय से चारधाम यात्रा को बढ़ावा मिलेगा.
केदारनाथ धाम की यात्रा को शुभ क्यों माना जाता है
केदारनाथ धाम की यात्रा करना इसलिए शुभ होता है क्योंकि, ऐसी मान्यता है कि इसी स्थान पर भगवान शिव ने सृष्टि की रचना की थी और परब्रह्मत्व को प्राप्त किया था. केदारनाथ मंदिर भारत के 12 ज्योतिलिंगो में से एक है और मान्यता के अनुसार इस पवित्र मंदिर में यात्रा करने से तीर्थयात्रियों को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
केदारनाथ धाम की यात्रा करने के से व्यक्ति को क्या शुभ लाभ होते है
- जन्म मरण से मिलती है मुक्ति- हिंदू मान्यता के अनुसार, जो व्यक्ति जीवन में एक बार केदारनाथ मंदिर की यात्रा कर लेता है उसे प्रकृति के जीवन मरण के खेल से मुक्ति मिल जाती है. उस पुन गर्भ में आना नहीं पड़ता , वहीं जो मनुष्य केदारनाथ जेयोतिलिंग की भी पूजा कर वहाँ मौजूद जल पी लेता है उसका भी पुनर्जन्म नहीं होता. उसे एक ही जीवन मिलता है उसी में उच्चतम काम करता है.
- संस्कृति के होते है दर्शन- केदारनाथ धाम की यात्रा करने से लोगों को भिन्न भिन्न संस्कृति, भाषा, भोजन के बारे में पता चलता है. यात्राओं से ही कोई मनुष्य जान सकता है कि दूसरे लोग कैसे हैं, उनके विचार कैसे हैं और वे जीवन के निर्णय किस प्रकार लेते है. यात्राएं व्यक्ति के जीवन में अलग-अलग प्रकार के रंग भर देते हैं, इसलिए यात्राएं करते रहने चाहिए.
- जीवन के लक्ष्य और उद्देशयों के बारे में पता चलता है- हिंदू धर्म में यात्रा करने को अधिक महत्व दिया गया है. यात्रा करने से व्यक्ति का बौद्धिक विकास ही नहीं होता बल्कि जीवन में आगे के लक्ष्य और उद्देशयों के बारे में भी पता चलता है. इससे खुद को समझना व ओर जरुरी चीजों के बारे में पता चलता है. लेकिन जो लोग जवानी में तीर्थ यात्राओं पर जाते है वे अनुभवी और परिपक्व होकर लौटते हैं जो इन्हें आगे जीवन में बहुत काम आता है.
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