Chaturmas 2021 Start and End Dates : हिंदू कैलेंडर के अनुसार वर्तमान समय में आषाढ़ मास चल रहा है. आषाढ़ मास का समापन 24 जुलाई 2021 को हो रहा है. लेकिन इससे चार दिन पूर्व चातुर्मास शुरू होगा. शास्त्रों में चातुर्मास का विशेष धार्मिक महत्व बताया गया है.


चातुर्मास कब शुरू होगा? (Chaturmas 2020 Start Date)
पंचांग के अनुसार, 20 जुलाई, मंगलवार को आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि से प्रारंभ होगा. इस एकादशी को देवशयनी एकादशी कहा जाता है. 14 नवंबर 2021 को देवोत्थान एकादशी को चातुर्मास समाप्त होगा.


विवाह संस्कार आदि कार्य नहीं होते हैं
मान्यता के अनुसार वर्षा काल के चार महीने चातुर्मास कहलाते हैं. देवशयनी एकदशी से इसका आरंभ माना गया है. जो देवोत्थानी एकादशी पर समाप्त होता है. चातुर्मास में भगवान श्रीकृष्ण पाताल लोग में विश्राम करते हैं. चातुर्मास के आरंभ होते हैं शुभ और मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है. चातुर्मास में विवाह आदि से जुड़े कार्य भी नहीं किए जाते हैं. 


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चातुर्मास में इन कार्यों को नहीं किया जाता है


मुंडन कार्य- चातुर्मास में विवाह, मुण्डन, जनेऊ  आदि जैसे कार्य नहीं किए जाते हैं.


मास मदिरा का सेवन नहीं करते हैं- चातुर्मास में धार्मिक कार्यों का महत्व बताया गया है कि इसलिए कोई गलत कार्य नहीं करना चाहिए. इस दौरान मांस, मदिर और किसी भी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए. इसे अच्छा नहीं माना गया है. ऐसा माना जाता है कि इससे जीवन में अशुभता आने लगती है.


इन चीजों का सेवन न करें- चातुर्मास में साग, पत्तेदार सब्जियां, बैंगन, दही आदि का सेवन नहीं करना चाहिए. इसे सेहत के लिए अच्छा नहीं माना गया है. इसके साथ ही तैलीय युक्त भोजन नहीं करना चाहिए.


आलस का त्याग करें- चातुर्मास में अनुशासित जीवन शैली का महत्व बताया गया है. समय पर सोना और जागना इस मास में अति महत्वपूर्ण माना गया है.


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