Rice Remedies, Chawal Totke: ग्रहों और वास्तु दोष के कारण अक्सर घर की सुख-शांति भंग हो जाती है. परिवार में क्लेश बढ़ने लगते हैं और तनावपूर्ण माहौल पैदा हो जाता है. शास्त्रों के अनुसार इन परेशानियों से राहत पाने के लिए चावल के कुछ उपाय बहुत कारगर माने गए हैं.
भगवान की पूजा में चावल बहुत महत्वपूर्ण सामग्री है. आप चावल का तरह-तरह से प्रयोग करके अपने जीवन में आ रही कठिनाइयों को दूर कर सकते हैं. आइए जानते हैं चावल के उपाय.
चावल के उपाय (Chawal Ke Upay)
चावल की पोटली करेगी कमाल - व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा दुर्बल होता है तो मानसिक तनाव उसे आए दिन परेशान करता है. मन की अशांति के कारण नौकरी-व्यापार में भी काम बिगड़ने लगते हैं. ऐसे में किसी भी शुक्रवार के दिन 21 पीले चावल को लाल रंग के कपड़े में बांध लें. अब इस पोटली को मां लक्ष्मी के चरणों में अर्पित करें. और फिर पूजा के बाद इसे तिजोरी या अपने पर्स में रख लें. मान्यता है इससे धन की कमी नहीं रहती है और तनाव दूर होता है.
चावल और चंद्रमा का संबंध - चावल चंद्रमा ग्रह का प्रतीक है. यह शुक्र का भी प्रतिनिधित्व करता है. मानसिक शांति के लिए पूर्णिमा के दिन जल में चावल डालकर चंद्रमा को अर्घ्य दें. साथ ही शिव जी को एक मुठ्ठी अक्षत अर्पित करें. इससे हर मानसिक समस्या दूर होती है. घर में खुशियों का आगमन होता है.
अन्न-धन की कमी नहीं होगी - जिन लोगों के घर बरकत नहीं होती उन्हें घर पर चावलों के ढेर पर मां अन्नपूर्णा को स्थापित करना चाहिए. इससे धन-वैभव की प्राप्ति होती है. अक्षत को कुमकुम के साथ मिलाकर भगवान को अर्पित करने से भी ईश्वर पूजा जल्द स्वीकार करते हैं.
वैवाहिक जीवन में शांति - गुरुवार के दिन मीठे पीले चावल केसर डाल कर बनाएं और फिर लक्ष्मी-नारायण को इसका भोग लगाएं. मान्यता है इससे शादीशुदा जीवन में चल रहा मनमुटाव खत्म होता है. व्यापार में वृद्धि होती है. विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती है.
शनि नहीं करेंगे परेशान - अमावस्या, पूर्णिमा या शनिवार के दिन एक मुठ्ठी चावल सरोवर या तालाब में मछलियों को खिलाएं. इससे शनि जनित दोष से राहत मिलती है.
Hindu Marriage: कितने तरह की शादियां होती हैं, जो माला पहनाकर करते हैं उसे क्या बोलते हैं ?
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.