Chhath Puja 2021 Surya Arghya Time: चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन 11 नवंबर 2021, गुरुवार के दिन किया जाएगा. छठ पर्व का समापन सुबह के समय सूर्य अर्घ्य के बाद किया जाता है. देशभर में आज संध्या के समय देशभर के हजारों लोगों ने सूर्य को अर्घ्य दिया और पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाई. छठ पर्व पर सूर्य देव और उनकी बहन छठ मैय्या की उपासना की जाती है. संतान के जीवन में सुख की प्राप्ति और संतान प्राप्ति के लिए छठ का व्रत रखा जाता है. 36 घंटे निर्जला व्रत रखने के बाद उगते सूरज को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का समापन किया जाता है. 


सूर्य को अर्घ्य देने के बाद लोगों में प्रसाद का वितरण किया जाता है. उसके बाद ही व्रत का पारण किया जाता है. छठ व्रत और छठ पूजा आदि करने से छठ मैय्या की आशीष मिलती है और निरोगी जीवन की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं कल सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य किस समय दिया जाएगा.


छठ पूजा उगते सूर्य को अर्घ्य समय (Chhath Puja Morning Arghya Time 2021)


-छठ पूजा के चौथे और आखिरी दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. और इसके साथ चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन होता है. 


-कल प्रात: उगते सूर्य को अर्घ्य देने का समय: प्रात: 06 बजकर 41 मिनट पर.


छठ पूजा ​विधि (Chhath Puja Vidhi)



चार दिवसीय छठ पूजा का आज चौथा और आखिरी दिन है. कठिन व्रतो में से एक छठ का व्रत 36 घंटे तक निर्जला रखा जाता है. खरना के दिन शाम को गुड़ वाली खीर खाते हैं और फिर 36 घंटे तक निर्जला व्रत रखा जाता है. खरना के दिन ही छठ पूजा की सारी तैयारी कर ली जाती है. 


कार्तिक शुक्ल षष्ठी के दिन सूर्य को संध्या अर्घ्य देते हैं और छठी मैय्या की पूजा करते हैं. कल यानी 11 नवंबर के दिन सुबह फिर से उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और इसके बाद प्रसाद बांटा जाता है. इन सब के बाद ही व्रती महिलाएं व्रत का पारण कर सकती हैं.  


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