Chhath Puja 2024: 7 नवंबर 2024 को आज छठ पूजा मनाई जा रही है. शाम को व्रती संध्या अर्घ्य देंगे और अगले दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण किया जाएगा. छठ पूजा में सूर्य की उपासना का विशेष महत्व है. इसके बिना पूजन अधूरा माना जाता है.
धार्मिक मान्यता है कि, जो भी व्यक्ति छठ पूजा का व्रत रखता है उसे सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है. छठ पूजा की शुरुआत 05 नवंबर को नहाय खाय से हुई थी अब इसका समापन 8 नवंबर 2024 ऊषाकाल सूर्य की उपासना के बाद होगा. आइए जानते हैं छठ पूजा का व्रत पारण कैसे किया जाता है, क्या है विधि, मुहूर्त.
छठ पूजा 2024 व्रत पारण (Chhath Puja 2024 Vrat Paran Time)
8 नवंबर 2024 को सूर्योदय सुबह 06 बजकर 38 मिनट पर होगा. इस दौरान व्रती सूर्य को अर्घ्य दें और उसके बाद ही व्रत खोलें.
36 घंटे का छठ व्रत पारण की विधि (Chhath Vrat Paran Vidhi)
छठ का व्रत खोलते वक्त सबसे पहले पूजा में चढ़ाया प्रसाद जैसे ठेकुआ, मिठाई, ग्रहण करें. फिर कच्चा दूध पीएं. कहते हैं भोग खाने के बाद ही व्रत पूरा माना जाता है. व्रत पारण करने से पहले बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लें और छठी माता को अर्पित किया गया प्रसाद सभी को बांटना चाहिए.
छठ पूजा का व्रत खोलते समय ध्यान रखें कि आपको मसालेदार भोजन नहीं करना है. छठ व्रत के प्रभाव से जीवन में सुख-संपत्ति, सौभाग्य में वृद्धि होगी. छठ पूजा में व्रत का फल तभी मिलता है जब व्रत का पारण सही विधि से किया जाए.
कुंती पुत्र ने किया था छठ व्रत
कुंती ने पुत्र प्राप्ति के लिए सूर्य देव का आव्हान किया था. कुंती की पूजा से प्रसन्न होकर सूर्य देव ने उनकी मनोकामना पूर्ण की. सूर्य के तेज से कुंती ने गर्भ धारण किया और कर्ण को जन्म दिया. कहते हैं कि कर्ण रोजाना पानी में खड़े होकर सूर्य देव की उपासना करते जिससे उन्हें सूरज के समान तेज, बल की प्राप्ति हुई. वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य को प्रसन्न करने के लिए कर्ण ने भी छठ का व्रत किया था.
नवंबर 2024 में शादी के शुभ मुहूर्त
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