प्रभु यीशु का जन्मदिन क्रिसमस के तौर पर विश्वभर में मनाया जाता है. प्रभु यीशु ने अपने जीवन में लोगों को सत्य की शिक्षा दी. उनकी प्रेम, करुणा, और कमजोरों की मदद करने की शिक्षाएं मानवजाति को सदा सत्य का प्रकाश देती रहेंगी. आज हम आपको प्रभु यीशु के 10 अनमोल विचार के बारे में बता रहे हैं.
मैंने तुमसे प्रेम किया है
यीशु ने कहा जिस तरह से मेरे पिता ने मुझसे प्रेम किया है उसी तरह मैंने भी तुमसे प्रेम किया है.
उनकी होगी प्रशंसा
जो लोग खुद की प्रशंसा करते हैं, उनको विनम्र किया जाएगा और जो लोग स्वयं को विनम्र बनाते हैं उनकी प्रशंसा की जाएगी.
शत्रुओं से भी करो प्यार
मैं तुमसे कहता हूं कि अपने शत्रुओं से भी प्यार करो और उनके लिए प्रार्थना करो जो तुमको सताते हैं. इससे तुम उस पिता की संतान बन जाओगे जो स्वर्ग में है. वह अपना सूर्य बुराई और अच्छाई दोनों पर डालता है और न्यायी व अन्यायी दोनों पर अपनी वर्षा करता है.
धनी व्यक्ति के लिए स्वर्ग में प्रवेश करना मुश्किल
किसी धनी व्यक्ति के लिए स्वर्ग में प्रवेश करना बहुत मुश्किल है. मैं फिर से यही बात दोहराता हूं. कि किसी धनी व्यक्ति के स्वर्ग का स्वर्ग में प्रवेश करना बहुत मुश्किल है. इससे आसान काम तो ऊंट का सुई के छेद से निकलना है.
एक दूसरे से प्रेम करो
मैं तुम्हे एक नया आदेश देता हूं कि एक दूसरे से प्रेम करो. जैसे मैंने तुमसे प्रेम किया है. एक-दूसरे से प्रेम करो.
अपनी संपत्ति गरीबों में बांट दो
यदि तुम सही जीवन जीना चाहते हो तो अपनी सारी संपत्ति को गरीबों में बांट दो, तुम्हे स्वर्ग का खजाना मिलेगा.
मेरा साम्राज्य कहीं और है
मेरा साम्राज्य इस संसार में नहीं है. अगर होता तो मेरे सेवक मेरी गिरफ्तारी रोकने केलिए यहूदियों से लड़ते पर मेरा साम्राज्य कहीं ओर है.
उसे तकलीफ सहनी पड़ेगी
उस व्यक्ति को कभी कोई फायदा नहीं होगा जिसको पूरी दुनिया मिल जाए, लेकिन उसको अपनी आत्मा को खोने की तकलीफ सहना पड़ती है.
कोई तुमसे कुछ मांगता है तो दे दो
यदि कोई तुमसे कुछ मांगता है तो उसको दे दो. कोई तुम्हारा सामान ले जाए तो उससे दोबारा इस संबंध में मत पूछो. जिस तरह का व्यवहार आप लोगों से चाहते हो, वैसा ही उनके साथ करो.
सिर्फ रोटी के लिए मत जीवन जियो
लोगों को सिर्फ रोटी के लिए जीवन नहीं जीना चाहिए बल्कि भगवान से निकले हर शब्द के मुताबिक जीना चाहिए.
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