Jyotish: कोरोना वायरस से पूरी दुनिया जंग लड़ रही है. कोरोना वायरस कब समाप्त होगा हर किसी की जुबान पर यही सवाल है. कोरोना वायरस के चलते छोटे-बड़े बाजार से लेकर शेयर मार्केट तक बुरे दौर से गुजर रहा है. ऐसे ये सवाल उठना कोई बड़ी बात नहीं है. कोरोना वायरस को लेकर ज्योतिषीय आंकलन क्या कहता है. आइए जानते हैं.


वायरस का कारक ग्रह


वायरस से संबंधित बीमारियां राहु देता है. जब ये खराब होता है तो वायरस से जुड़ी बीमारियों को देता है. ग्रहों के गोचर की स्थिति भी इन बीमारियों को बढ़ाने और कम करने में अहम भूमिका निभाता है. राहु - केतु का स्वभाव है कि वह जो भी देता है अक्समात देता है. यानि अचानक कुछ अच्छा या बहुत ही खराब करता है. यह बीमारी भी अचानक सामने आई है.


इन ग्रहों के कारण बिगड़ रही स्थिति


ग्रहों की स्थिति की बात करें तो इस समय शनि अपनी स्वराशि मकर में विराजमान हैं. शनि जब भी कुछ करते हैं तो कुछ बड़ा ही करते हैं. एस्ट्रोलॉजर शिल्पा राना की मानें तो मकर राशि में शनि का गोचर 24 जनवरी 2020 को हुआ था, इसके बाद ही भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़े. शनि को महामारी से भी जोड़कर देखा जाता है. चंद्रमा की भी इस बीमारी को बढ़ाने में कम नहीं है. चंद्रमा का संबंध समुद्र से है. जहां से यह बीमारी शुरू हुई है वह भी समुद्र के पास स्थित है. इस समय धनु राशि में गुरु के साथ मंगल और केतु विराजमान हैं. इन ग्रहों का एक साथ आना भी अशुभ घटनाओं का कारण बन रहा है.


मंगल का राशि परिवर्तन


मंगल का संबंध शल्य चिकित्सा और रक्त से भी है. 22 मार्च 2020 को मंगल का राशि परिवर्तन होने जा रहा है. इस दिन मंगल शनि की राशि मकर में प्रवेश करेंगे. इसलिए ऐसी उम्मीद है कि इस गोचर के बाद कोई देश इस बीमारी पर काबू पाने की कोई दवा आदि की खोज कर ले.


गुरु का राशि परिवर्तन


मंगल के बाद गुरु का राशि परिवर्तन 29 मार्च 2020 को होगा. गुरु मकर राशि में प्रवेश करेंगे. जहां पर पहले से ही शनि और मंगल विराजमान होंगे. गुरु के साथ मंगल और शनि का योग भी शुभ नहीं है. ऐसे में अगर कोरोना का मंगल के गोचर के बाद अगर स्थिति नहीं सुधरी तो यह स्थिति बिगड़ भी सकती है.


इन बातों का भी ध्यान रखें




  • घर के वातावरण को स्वच्छ रखें.

  • घर को शुद्ध रखें कोई भी दूषित वस्तु का प्रवेश न होने दें.

  • मंगल और शनि की शांति के लिए नित्य हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें.

  • किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान मत दें, सकारात्मक सोचें

  • घर में गंगाजल छिड़कें, धूप और कपूर जलाएं.

  • घर में मांस मदिरा का सेवन न करें.

  • भगवान की आराधना करें.