Dadi-Nani Ki Baatein: बच्चों के कपड़े रात में बाहर मत सुखाओ, क्यों कहती है दादी-नानी
Dadi-Nani Ki Baatein: हिंदू धर्म में छोटे बच्चों को लेकर कई मान्यताएं हैं. इन्हीं में एक है रात में बच्चों के कपड़े बाहर न सुखाने, जिसके लिए दादी-नानी भी मना करती हैं. जानते हैं क्या है इसका कारण.
Dadi-Nani Ki Baatein: हिंदू धर्म में सूर्यास्त के बाद कई कार्यों को करना वर्जित माना गया है. इसका कारण यह है कि रात में किए इन कार्यों पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है. इसलिए हिंदू धर्म से ऐसी कई मान्यताएं और परंपराएं जुड़ी हैं, जिनमें रात या सूर्यास्त के बाद कई कार्य को करने की मनाही होती है.
वास्तु और हिंदू धर्म के अनुसार हमें रात में कपड़े नहीं धोना चाहिए. यदि किसी कारण धोना भी पड़ जाए तो कपड़ों को सूखने के लिए बाहर नहीं फैलाना चाहिए. खासकर छोटे बच्चों के कपड़े तो रात के समय बाहर बिल्कुल भी नहीं सुखाने चाहिए. घर के बड़े बुजुर्ग या दादी-नानी अक्सर इसके लिए मना करती हैं.
दादी-नानी की ये बातें आपको थोड़ी अटपटी या मिथक लग सकती है. लेकिन शास्त्र और विज्ञान (Shastra and Science) में इसके कारण और इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी बताया गया है. इसलिए अगर आप दादी-नानी की बताई बातों को फॉलो करेंगे तो सुखी रहेंगे और भविष्य में होनी वाली अशुभ घटना से बच जाएंगे. आइए जानते हैं आखिर क्यों दादी-नानी रात में बच्चों के कपड़ों को बाहर सुखाने से मना करती हैं.
क्या है धार्मिक कारण
- वास्तु शास्त्र में ऐसा बताया गया है कि, रात के समय बाहर के वातावरण में अधिक नकारात्मक ऊर्जा का संचार रहता है. अगर बच्चों के कपड़े रात में बाहर सुखाएंगे तो इससे कपड़ों में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सकता है, जोकि बच्चे के सेहत और स्वभाव के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
- ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास बताते हैं कि रात्रि के समय चंद्रमा का प्रकाश भी पृथ्वी पर होता है. बाहर फैले कपड़ों पर भी चंद्रमा का प्रकाश पड़ने से नकारात्मक प्रभाव हो सकता है. इसलिए रात के समय बहुत छोटे बच्चों को बाहर भी नहीं लेकर जाना चाहिए.
- धार्मिक मान्यता यह भी है कि धूप की किरणों में सूखे कपड़े ही शुद्ध और साफ होते हैं. वहीं रात के समय सूखे कपड़ों को शुद्ध नहीं माना जाता है.
क्या कहता है शास्त्र
हिंदू धर्म से जुड़ी कई मान्यताओं और परंपराओं का वैज्ञानिक आधार भी है. रात के समय बाहर कपड़े नहीं सुखाने की मान्यता को विज्ञान भी सही मानता है. विज्ञान के अनुसार, रात में सुखाए कपड़े पूरी तरह से नहीं सूखते और इनमें नमी रह जाती है, जिससे बैक्टीरिया और फंगस का खतरा बढ़ता है. बच्चों की सेंसेटिव त्वचा पर इसका असर बहुत जल्दी बड़ता है. साथ ही सेहत के दृष्टिकोण से भी यह सही नहीं है. रात के समय बाहर कई तरह के कीट-पतंगे भी होते हैं, जोकि कपड़ों पर जाकर बैठते हैं और अंडे या गंदगी करते हैं. ऐसे कपड़े बच्चों को पहनाने से त्वचा संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. इन्हीं सब कारणों से हमारी दादी-नानी रात में बच्चों के कपड़े बाहर सुखाने से मना करती हैं.
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