Dadi-Nani Ki Baatein: शाम हो गई है फूल-पत्तियां मत तोड़ो, क्यों कहती है दादी-नानी
Dadi-Nani Ki Baatein: शाम होते ही दादी-नानी पेड़-पौधों के पत्ते या फूल तोड़ने से मना करती हैं. हिंदू धर्म के साथ ही विज्ञान भी इसे मानता है. जानते हैं आखिर शाम के बाद क्यों नहीं छूना चाहिए पेड़-पौधे.
Dadi-Nani Ki Baatein: हिंदू धर्म में कई परपंराओं और मान्यताओं का पालन किया जाता है. इन्हीं में एक है दिन ढलने या सूर्यास्त होने के बाद पेड़-पौधों की पत्तियां और फूल आदि को नहीं तोड़ना. शाम होते ही घर के बड़े-बुजुर्ग या दादी-नानी इन्हें छूने से भी मना करते हैं. सदियों पुरानी इस परंपरा का आज भी पालन किया जाता है. लेकिन इस धारणा के पीछे केवल धार्मिक मान्यता न होकर वैज्ञानिक कारण भी है और शाम के बाद पेड़-पौधों को न छूना या फिर फूल-पत्ते न तोड़ने की बात को विज्ञान भी सही मानता है.
यही कारण है कि आज भी घर के बड़े-बुजुर्ग रात में फूल-पत्तियों को तोड़ने से मना करते हैं. दादी-नानी की ये बातें आपको कुछ समय के लिए अटपटी या फिर मिथक लग सकती है. लेकिन शास्त्र और विज्ञान में इसका कारण और इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया है. अगर आप दादी-नानी की बताई बातों को फॉलो करेंगे तो सुखी रहेंगे और भविष्य में होनी वाली अशुभ घटना से बच जाएंगे. आइए जानते हैं आखिर क्यों दादी-नानी सूर्यास्त के पेड़-पौधों को छूने या फिर फूल-पत्ते तोड़ने से मना करती हैं.
क्या है धार्मिक कारण
- हिंदू धर्म में पेड़-पौधे को सजीव माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि शाम के बाद पेड़-पौधे विश्राम करते हैं, ऐसे में इस समय पेड़-पौधों को छूने या फूल-पत्ते तोड़ने से पेड़-पौधे नींद से जाग सकते हैं. किसी को भी नींद से जगाना या नींद में परेशान करना अनुचित होता है. इसलिए रात में पेड़ पौधों को छूना या तोड़ना वर्जित होता है.
- एक अन्य मान्यता यह भी है कि, पेड़ पौधों पर छोटे छोटे पशु-पक्षी और कीट-पतंगों का बसेरा होता है. जो कि पूरा दिन अपने खाने पीने की व्यवस्था के बाद शाम में विश्राम के लिए पेड़ पौधों पर बने अपने बसेरों में जाते हैं. अगर ऐसे में आप शाम या रात के समय पेड़-पौधों को हिलाएंगे या तोड़ेंगे इनकी नींद भंग हो सकती है या फिर पशु-पक्षी डर भी सकते हैं. इसलिए भी रात के समय पेड़-पौधों को नहीं छूना चाहिए.
- हिंदू धर्म में पूजा-पाठ में चढ़ाएं जाने वाले फूल को भी सुबह ही तोड़ लेने की बात कही गई है. इसका कारण यह है कि लगभग सभी फूल सुबह के समय खिलते हैं और सूर्यास्त के बाद मुरझा जाते हैं. साथ ही सूर्यास्त के बाद फूलों की सुंदध और सौदर्य भी खत्म हो जाती है. इसलिए पूजा में इस्तेमाल होने वाले फूल-पत्तियों को भी सुबह के तोड़ना चाहिए.
ये हैं वैज्ञानिक कारण
शाम के बाद पेड़-पौधों को नहीं छूने की बात का वैज्ञानिक कारण भी बताया गया है. विज्ञान के अनुसार भी रात के समय इन्हें नहीं छूना चाहिए. क्योंकि पेड़-पौधे शाम के समय कार्बन डाईऑक्साइड छोड़ते हैं. इसलिए रात में पेड़-पौधों के पास सोना, इन्हें छूना या तोड़ना आदि मना किया जाता है.
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