कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में अमावस्या को मनाया जाता है दीवाली का पर्व तो वहीं इससे दो दिन पहले त्रयोदशी के दिन मनाया जाता है धनतेरस का त्यौहार. इसी पर्व से पंच दिवसीय त्यौहार का आगाज़ हो जाता है. इस दिन भगवान धनवंतरि की पूजा की जाती है. तो साथ ही इस दिन यम के नाम का दीप दान भी किया जाता है.


वहीं दीवाली से पहले लोग घरों की साफ सफाई में जुटे हुए हैं, खराब व पुराना सामान घर से निकाला जा रहा है लेकिन क्या आप जानते हैं कि धनतेरस के दिन घर के 4 हिस्सों की खासतौर से सफाई जाए तो मां लक्ष्मी व भगवान धनवंतरि का विशेष आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है.


ईशान कोण
वास्तु शास्त्र में ईशान कोण को सबसे महत्वपूर्ण बताया गया है. क्योंकि इसे देवताओं का स्थान कहा जाता है. कहते हैं देवता इस कोण में निवास करते हैं और इसीलिए घर में मंदिर का निर्माण भी इसी दिशा में किया जाता है. धनतेरस के दिन इस कोण की साफ सफाई अवश्य रूप से करनी चाहिए. जिससे मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सके. अगर ये दिशा गंदगी से भरी हुई रहती है तो घर में लक्ष्मी कभी भी प्रवेश नहीं करती है.


पूर्व दिशा
इस दिशा में सूर्य देव निवास करते हैं इसीलिए यह दिशा सकारात्मक व ऊर्जा से भरी हुई मानी जाती है. साथ ही मां लक्ष्मी भी इसी दिशा में रहती हैं. यही कारण है कि धनतेरस के दिन इस दिशा की विशेष रूप से साफ सफाई करनी चाहिए.


उत्तर दिशा
घर की उत्तर दिशा धन की दिशा मानी जाती है. और देवी लक्ष्मी भी धन का प्रतीक है इसीलिए दीवाली से पहले इस दिशा की सफाई भी बेहद ज़रुरी है. क्योंकि इस दिशा की सफाई से आर्थिक संपन्नता का मार्ग खुल जाता है.


ब्रह्म स्थान
ब्रह्म स्थान घर का बीचों बीच स्थान होता है. जहां रोजमर्रा की ज़रुरत के सामान के अलावा घर का दूसरा सामान भी रखा जाता है. लेकिन यह स्थान भी बहुत ही ज़रुरी बताया गया है इसीलिए धनतेरस पर इस स्थान को खाली करके अच्छे से साफ करना चाहिए