Dhanteras 2021: ज्योतिषियों के अनुसार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी यानी मंगलवार दो नवंबर को धनतेरस सिद्धि योग में मनाया जाएगा. इस दिन धनतेरस से कार्तिक पूर्णिमा तक सभी देवताओं की पूजा होगी और गृहस्थी के सफलता के लिए आशीर्वाद मांगा जाएगा. धनतेरस के दिन ही भगवान धन्वंतरि की पूजा होगी.


इस दिन शुभ मुहूर्त में बर्तन सोना चांदी बहुमूल्य सामान, भूमि भवन, वाहन आदि खरीदारी की जा सकती है, इससे धनतेरस का महत्व 13 गुना बढ़ जाता है, लेकिन इस खरीदारी में एक सबसे रोचक और महत्वपूर्ण वस्तु झाड़ू भी है, इसकी खरीदारी से घर की दरिद्रता दूर होती है और घर में लक्ष्मी जी का वास होता है. मान्यता है कि झाड़ू से दरिद्रता में कमी आने के साथ समृद्धि का भी घर में वास होता है. इस दिन प्रदोष काल में हमको तेल का दीपक घर के बाहर दक्षिण मुंह दिखाने से काले संकट रोग शोक भय दुर्घटना या अकाल मृत्यु से बचाव होता है.


सिद्धि योग में धनतेरस पर इसके लिए खरीदारी 13 गुना अधिक लाभ देने वाली होती है. इसके अलावा चार नवंबर को चित्रा नक्षत्र और प्रीति योग में दीवाली मनाई जानी है, इस दिन तुला राशि में एक साथ चार ग्रहों की युति से इस दिन की मां की महत्ता और बढ़ गई है. इस राशि के सूर्य चंद्रमा मंगल और बुध के संचार से श्रद्धालुओं के ऊपर धन, वैभव की अधिष्ठात्री माता लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती है.


पूरे साल ही एक ही योग 


मान्यता है कि धनरतेरस के साथ जमघंट की बेला का आरंभ हो जाता है, जो दिवाली के बाद खत्म होता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दौरान धनतेरस या पूरे जमघंट के दौरान खरीदारी से काफी लाभ होता है. इस कारण भी इस दिन आभूषण और जरूरत के सामान खरीदे जाते हैं.