Dhanteras 2022 Live: आज है धनतेरस, जानें शॉपिंग के लिए शुभ मुहूर्त और पूजा मंत्र
Dhanteras 2022 Live: आज धनतेरस पूरे देश में बढ़े उत्साह से मनाई जा रही है. इस दिन इस दिन विभिन्न प्रकार की शुभ वस्तुये खरीदने की परंपरा है. आइये जानें शोपिंग करने का शुभ मुहूर्त और समय
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Background
धनतेरस के दिन धनवंतरि को घी का दीपक अर्पित करें
धनतेरस को मनाने से जुड़ी यह मान्यता
कथा के अनुसार, भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर देवताओं को राजा बलि के भय से मुक्ति कराया था. शुक्राचार्य ने वामन रूप में भगवान विष्णु को पहचान लिया और राजा बलि से कहा कि वामन कुछ भी मांगे तो देने से इंकार कर देना, लेकिन बालि ने शुक्राचार की बात मानने से इंकार कर दिया. जब बलि वामन को तीन पद भूमि देने के लिए कमंडल से जल लेकर संकल्प करने लगे. तब बलि को रोकने के लिए शुक्राचार्य राजा बलि के कमण्डल में लघु रूप धारण करके प्रवेश कर गए.
तब वामन भगवान ने अपने हाथ में रखा कुशा को कमंडल में ऐसे रखा कि शुक्राचार्य की एक आँख फूट गयी. इसके बाद राजा बलि ने संकल्प लेकर तीन पग भूमि वामन भगवन को दान कर दी. इस प्रकार वामन भगवान ने देवताओं को बलि के भय से मुक्त कराया और बलि ने जो धन संपत्ति बलि ने ले ली थी. उन्हें उससे कई गुना धन वापस मिल गई. इस कारण से भी धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है.
धनतेरस का त्योहार क्यों मनाया जाता है?
धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी समुद्र मंथन के दौरान हाथों में अमृत से भरा स्वर्ण कलश लेकर प्रकट हुए थे. धनवंतरी के जन्म के उपलक्ष्य में ही धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है. धनवंतरी के जन्म के दो दिनों बाद देवी लक्ष्मी प्रकट हुई इसलिए दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है.
धनतेरस के दिन लाई हुई झाड़ू को भूलकर भी खोलकर न रखें
धनतेरस के दिन लाई गई झाड़ू को कभी भी खुला ना रखें. मान्यता है कि इससे घर में कलेश पैदा होता है. और आर्थिक तंगी बनी रहती है. इसलिए धनतेरस के दिन लाई हुई झाड़ू को हमेशा ढककर रखना चाहिए.
आज लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान
- मां लक्ष्मी और भगवान श्रीगणेश जी उस मूर्ति को खरीदना चाहिए जो बैठी मुद्रा में नजर आ रही हो. खड़ी मुद्रा में मूर्ति लाना अशुभ माना जाता है. इस लिए ऐसी मूर्ति को खरीदकर घर न लायें.
- गणेशजी की मूर्ति खरीदते समय उनकी सूंड को विशेष रूप से चेक करें. जिस मूर्ति में उनकी सूंड बांयी ओर झुकी हो. गणेशी जी कि उसी मूर्ति को लेनी चाहिए. मान्यता है कि ऐसी मूर्ति की पूजा करने से भगवान गणेश जी जल्द प्रसन्न होते हैं. इसके साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि सूंड़ में दो घुमाव न हो.
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