Dhanu Sankranti 2024: शास्त्रों में पंचदेव बताए हैं, इसमें भगवान गणेश, शिव, विष्णु जी, देवी दुर्गा और सूर्य देव शामिल हैं. सूर्य नवग्रहों के राजा है. सूर्य जब राशि परिवर्तन करते हैं तो उस दिन संक्रांति मनाई जाती है.
मान्यता है कि इस दिन जो लोग पवित्र नदी के जल से स्नान कर सूर्य को अर्घ्य देते हैं उन्हें समाज में मान-सम्मान मिलता है, व्यक्ति ऊंचा पद हासिल करता है. इस साल के आखिरी महीने दिसंबर में सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे और इस दिन धनु संक्रांति मनाई जाएगी. जानें धनु संक्रांति 2025 की डेट, स्नान-दान मुहूर्त.
धनु संक्रांति 2025 डेट
धनु संक्रांति 15 दिसंबर 2024 को है. इस दिन से सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करते ही खरमास शुरू हो जाएंगे. खरमास में मांगलिक कार्य पर पाबंदी होती है.
- धनु संक्रांति का क्षण - रात 10.19
- स्नान-दान मुहूर्त - सुबह 5.17 - सुबह 6.12
- धनु संक्रांति पुण्य काल - दोपहर 12.16 - शाम 05.26
- धनु संक्रांति महा पुण्य काल - दोपहर 3.43 - शाम 5.26
धनु संक्रांति पर कैसे करें पूजा
धनु संक्रांति पर पवित्र नदी के जल से स्नान करें, दान दें. इस दिन सूर्य देव की पूजा करने का विशेष महत्व होता है. माना जाता है इस दिन विधि विधान के साथ श्रद्धा पूर्वक सूर्य देव की आराधना करने से सब पापों से मुक्ति मिलती है. सूर्य देव का शुभ प्रभाव पड़ता है बीमारियां दूर होती हैं, आयु में वृद्धि होती है.
धनु संक्रांति से 1 माह तक बंद रहते हैं ये काम
- धनु खरमास में नया व्यवसाय आरम्भ करना आर्थिक मुश्किलों को जन्म देता है, इस समय नया कारोबार शुरू न करें. इससे व्यवसाय बीच में रुक जाते हैं. धन फंस सकता है.
- घर नहीं बनाए, न ही नए निर्णय कार्य का आरंभ करें.
- इस दौरान विवाह भी नहीं किए जाते, मान्यता है इससे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद नहीं मिलता.
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