वैसे तो दिवाली सभी के लिए ख़ास होता है लेकिन इस साल इस दिन का और भी महत्व बढ़ गया है. कोरोना महामारी के कारण इस साल कई लोगों की जानें गई हैं जबकि कई लोग बेघर भी हुए हैं. ऐसे में इस साल की दिवाली सभी के लिए शुभ संकेत लेकर आने वाली है. भले ही हर साल की तरह इस साल लोग एक दूसरे से ज्यादा ना मिल पाएं लेकिन उनकी दिवाली खुशियों वाली होने वाली है.


इस बार कब मनाई जाएगी दिवाली?


इस बार दीपावली का त्योहार 14 नवंबर को मनाया जाएगा. बता दें कि इस दिन भगवान राम लंका पर विजय पाकर माता सीता को लेकर वापस आयोध्या आए थे. इसी के शुभ अवसर पर हर साल दिवाली मनाई जाती है. दिवाली धनतेरस के दिन से शुरू होती है. धनतेरस के अगले दिन छोटी दीवाली मनाई जाती है. अगले दिन अमावस्या तिथि को मां लक्ष्मी की पूजा होती है. लेकिन इस बार दोनों दिवाली यानि छोटी दिवाली और लक्ष्मी पूजन एक ही दिन पड़ रहे हैं. इस बार ग्रह नक्षत्रों की चाल के कारण कई सालों के बाद दिवाली पर ऐसा दुर्लभ संयोग बन रहा है.


जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त


आपको बता दें कि इस बार मां लक्ष्मी और गणेश की पूजा 15 नवंबर (शनिवार को होगी). पूजा का शुभ मुहूर्त 17:28 से 19:24 तक रहेगा. पूजा करने की शुभ समय अवधि 1 घण्टा 56 मिनट की होगी. जानकारी के लिए बता दें कि प्रदोष काल 17:28 से 20:07 तक रहेगा. वहीं, वृषभ काल 17:28 से 19:24 तक रहेगा. पुरोहितों के अनुसार, इस साल अमावस्या 14 नवंबर को 14:17 बजे से शुरू होगी और 15 नवंबर को 10:36 बजे तक रहेगी.


पूजा में इस्तेमाल होने वाली सामग्री 


लक्ष्मी-गणेश की पूजा के लिए कलश, अक्षत, कुमकुम, नारियल, नए कपड़े, मिठाई, दीए, चांदी के सिक्के, चावल आदि सामग्रियों की ज़रूरत पड़ती है. मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करने से रिद्धि-सिद्धि की प्राप्ति होती है.


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